स्वास्थ्य विभाग में बड़ा भ्रष्टाचार: जिला स्वास्थ्य अधिकारी पर 5 करोड़ की अवैध वसूली का आरोप
पूर्व विधायक किशोर समरीते ने कलेक्टर से की जांच की मांग
लांजी। जिला बालाघाट में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परेश उपलव पर बड़ा आरोप लगा है। संयुक्त क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लांजी-किरनापुर क्षेत्र के पूर्व विधायक किशोर समरीते ने कलेक्टर बालाघाट से शिकायत की है कि डॉ. परेश उपलव ने सिंडिकेट बनाकर सीएचओ एवं एन.एम. (नर्स) के स्थानांतरण में पांच करोड़ की अवैध वसूली की है। श्री समरीते ने अपनी शिकायत में बताया है कि मध्यप्रदेश शासन सामान्य प्रशासन विभाग के निर्देश पर मध्यप्रदेश शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा विभागीय मंत्री पर जिले के प्रभारी मंत्री की अनुशंसा कर जिले के जिले में स्थानान्तरण का अधिकार मुख्य चिकित्सा अधिकारी बालाघाट को दिया गया था। लेकिन बिना विभागीय मंत्री की अनुशंसा के स्थान पर बालाघाट जिले के भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रामकिशोर कावरे की अनुशंसा पर परेश उपलव जिला चिकित्सा अधिकारी बालाघाट द्वारा पांच-पांच लाख रूपये सीएचओ से तथा एन.एस. नर्स से 2 से 2.50 लाख रूपये लेकर स्थानान्तरण किये गये, जो गंभीर जांच का विषय है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए श्री समरीते ने मांग की है कि मध्यप्रदेश शासन को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और जांच करवानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि यदि इस मामले में कार्रवाई नहीं की जाती है, तो यह स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष पर भी गंभीर आरोप….
श्री समरीते ने आरोप लगाया है कि भाजपा जिलाध्यक्ष रामकिशोर कावरे की अनुशंसा पर ही यह स्थानान्तरण किये गये हैं। उन्होंने मांग की है कि इस मामले में विशेष जांच दल गठित करवाकर जांच करवाई जाए। श्री समरीते ने कहा भाजपा जिलाध्यक्ष वर्तमान में किसी भी संवैधानिक पद पर नहीं है वह सिर्फ भाजपा के जिलाध्यक्ष हैं परंतु केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार होने का जमकर फायदा उठा रहे है। भाजपा जिलाध्यक्ष ने पूरे विभागों में जो स्थानांतरण करने के नाम पर धनउगाही का कार्य प्रारंभ किया है वह पूरा जिला जानता है।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी पर भी लगाये आरोप….
श्री समरीते ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी परेश उपलव पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा की सीएमएचओ यह कहते फिरते है की मैने अपनी पदस्थापना 75 लाख रूपये खर्च करके करवाई है जिसकी रिकवरी मैं कहां से करूंगा। जिसके लिये उनके द्वारा ट्रंासफर के नाम पर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों से इस तरह धन उगाही करके की जा रही है। श्री समरीते ने आरोप लगाया है कि डॉ. परेश उपलव ने अपने पद का दुरुपयोग करके अवैध वसूली की है। उन्होंने मांग की है कि डॉ. परेश उपलव के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
स्थानांतरण के नाम पर लेन देन का ऑडियो वायरल….
वहीं इस पूरे मामले में जिले भर की स्टाफ नर्सो और सीएचओ के बीच अपने-अपने स्थानांतरण के लिये जो लेन देन किया गया है उसका नाराज स्टाफ नर्सों द्वारा एक दूसरे का कॉल रिकार्ड एवं डीईआईएम राजाराम चक्रवर्ती के बीच में हुई बातचीत का ऑडियो भी अपनी शिकायत में लगाया है। वहीं इन स्टाफ नर्सों द्वारा अपने साथ हुए धोखे से नाराज होकर सभी लेन देन की बातों का ऑडियो भी अपनी शिकायत पत्र में संलग्र किया है। वहीं ऐसे लेन देन की बातें भी सोशल मीडिया में आने से विभाग में कार्यरत कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही होगी यह आने वाला समय बताएगा।