न्यायालय ने नहीं करने दिया विजयी हुए आरोपी को मतदान
दमोह।त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की प्रक्रिया में अब जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष ओं के चुनने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और बगैर पार्टी चिन्ह के होने वाले चुनाव में सभी सियासी दल अपने समर्थित उम्मीदवारों को जिताने के लिए जोर लगा रहे हैं। वही जिले के हटा जनपद में जनपद अध्यक्ष पद के चुनाव में पिछले 3 साल से हत्या के आरोप में बंद इंद्रपाल पटेल चुने गए हैं, अब ऐसे में आगामी स्थिति क्या होगी इस पर सबकी नजर बनी हुई है।
न्यायालय ने रोका था मतदान से
मामले में उल्लेखनीय यह भी है की जनपद अध्यक्ष चुने गए इंद्रपाल पटेल को खुद भी मतदान प्रक्रिया में वोट डालने नहीं मिला है। जेल में बंद होने के चलते उनके द्वारा न्यायालय में मतदान प्रक्रिया में शामिल होने की अपील की गई थी,जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया था। ऐसे में शेष जनपद सदस्यों को ही पदाधिकारियों को चुनना था जिन्होंने इंद्रपाल पटेल को चुन लिया। इंद्रपाल पटेल अंतिम कार्यकाल में जिला पंचायत अध्यक्ष रहे शिवचरण पटेल के पुत्र हैं जो हटा के बहुचर्चित देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के आरोपियों में शामिल है। फिलहाल मामला न्यायालय में विचाराधीन है जिसके चलते वह जेल में बंद है।
ज्यादातर सदस्यों ने पक्ष में किया वोट
परिणाम के संबंध में हटा एसडीएम और चुनाव अधिकारी अभिषेक ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि 17 सदस्यीय हट्टा जनपद पंचायत में 16 में से 11 वोट हासिल कर इंद्रपाल पटेल (Indrapal Patel) को जनपद पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया. जेल में बंद होने के कारण इंद्रपाल पटेल वोट नहीं डाल सके थे।