**हाथी पर सवार होकर आएगी माता रानी पंडित यीशु महाराज**
आगामी सोमवार 26 सितंबर को शारदीय नवरात्रा का आरंभ हो रहा है तथा नवरात्र के 9 दिनों तक माता रानी के विविध रूपों में पूजा, आराधना, उपासना की जाती है!!
शास्त्रीय मान्यता के अनुसार यदि रविवार और सोमवार को नवरात्र का शुभारंभ होता है तो माना जाता है कि मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर अपने साथ खुशहाली लेकर आती है, इस वर्ष माता रानी हाथी पर आएगी और विजयादशमी के दिन हाथी पर ही वापस लौटेगी, मान्यता है कि माता रानी यदि हाथी और नौका पर सवार होकर आती है तो शुभ होता है और घोड़ा, भैंस, डोली, मानव पर सवार हो आगमन हो तो यह अशुभ संकेत माना जाता है!!
एक श्लोक में वर्णित है कि, **शशि सूर्य गजारूढ़, शशि भौमे तुरंगमे!गुर्रौ सुक्रे च दौलयम, बुधे नौका प्रकित्रिता** श्लोक का अर्थ है कि रविवार और सोमवार नवरात्रा का शुभारंभ हो तो माता रानी हाथी पर सवार होकर आती है नवरात्रा का शुभारंभ शनिवार और मंगलवार को हो तो माता रानी घोड़े पर सवार होकर आती है, और यदि माता रानी डोली पर सवार होकर आती है बुधवार को नवरात्र का आराम हो तो माता रानी नौका पर सवार होकर आती है, जानकारी के अनुसार 25 सितंबर को सुबह से लेकर 26 सितंबर को सुबह 8:00 बजे तक शुक्ल युग और 26 से 27 सितंबर तक ब्रह्म इस योग में प्रतिपदा तिथि पर घट स्थापना करना सुखदाई होगा शुभ मुहूर्त में सोमवार को सुबह 6:20 से 7:55 बजे अमृत मुहूर्त सुबह 9:25 से 10:55 बजे शुभ मुहूर्त तथा सुबह 11:36 से 12:34 बजे अभिजीत मुहूर्त होगा।