गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के संज्ञान के बाद मुख्यमंत्री ने भी जताई नाराजगी, अब 5 सदस्य टीम करेगी पुनः मामले की जांच
दमोह। नगर के एक निजी स्कूल में 10वीं के परीक्षा परिणामों में टॉपर रही हिंदू छात्राओं को हिजाब में दिखाए जाने का मामला सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ा और सोशल मीडिया पर इसका विरोध शुरू हो गया। मामले में हिंदूवादी संगठनों के ज्ञापन के पूर्व ही देर रात पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच करते हुए स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी। हालांकि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और साथ ही साथ राष्ट्रीय बाल आयोग अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने भी मामला संज्ञान में लिया। लेकिन आनन-फानन में जांच करते हुए क्लीन चिट दिए जाने से भारी विरोध शुरू हो गया और हिंदूवादी संगठनों सहित अन्य संगठनों ने ज्ञापन के माध्यम से कार्यवाही की मांग और जांच समिति पर ही सवाल खड़े करने शुरू कर दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा भी मामले की जानकारी मिलने पर नाराजगी जताते हुए कलेक्टर को जांच के आदेश दिए जिसके बाद 5 सदस्य टीम अब मामले में कई बिंदुओं पर 3 सदस्य टीम जांच करेगी।
यह है मामला
नगर में संचालित गंगा जमुना इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल मैं दसवीं कक्षा में टॉपर रही छात्राओं के लिए एक फ्लेक्स लगाया गया जिसमें चार हिंदू छात्राओं को भी हिजाब में दिखा दिया गया।बाद में इस फ्लेक्स की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगी।मामले को तूल पकड़ता देख स्कूल प्रबंधन ने उक्त फ्लेक्स को वहां से हटा दिया लेकिन तब तक हिंदूवादी संगठन मामले में ज्ञापन देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की घोषणा कर चुके थे।
तत्काल जांच में मिल गई क्लीन चिट
मंगलवार सामने आए इस मामले में हिंदूवादी संगठनों ने बुधवार को ज्ञापन देने की बात कही लेकिन उसके पूर्व ही मंगलवार देर रात कलेक्टर दमोह के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक ट्विटर के माध्यम से मामले की जांच जिला शिक्षा अधिकारी एस के मिश्रा और कोतवाली थाना प्रभारी विजय राजपूत से कराए जाने की बात कहते हुए तथ्यों को आधारहीन बताते हुए स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दे दी वही पुलिस अधीक्षक द्वारा भी इसका समर्थन किया गया।
मामला दबाए जाने पर उग्र हुए संगठन
पुलिस प्रशासन द्वारा मामले में इस तरह स्कूल प्रबंधन को क्लीन चिट दिए जाना आमजन सहित संगठनों को भी रास नहीं आया और उनके द्वारा बुधवार व गुरुवार को कलेक्टर के नाम प्रभारी एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए मामले में हिंदू भावनाएं आहत होने स्कूल में इस तरह की घटनाओं पर दबाव बनाने सहित तथ्य हीन जांच करने वाले अधिकारियों पर भी कड़ी कार्यवाही और f.i.r. की मांग की गई। इस दौरान विहिप, बजरंग दल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भगवती मानव कल्याण संगठन ने ज्ञापन सौंपा।
स्कूल प्रबंधन ने दी सफाई
वही मामले में स्कूल प्रबंधन ने भी अपनी सफाई देते हुए हिजाब बताए जा रहे कपड़े को स्कार्फ बताया है और इसे यूनिफॉर्म का हिस्सा होना और किसी भी छात्रा पर दबाव ना डाले जाने की बात कही है। जांच में क्लीन चिट देने वाले जिला शिक्षा अधिकारी की मानें तो बताया जा रहा है हिजाब स्कूल यूनिफार्म का हिस्सा है जिसके लिए वर्ष 2012 से बाकायदा परमिशन भी ली गई थी और कोतवाली थाना प्रभारी का इस मुद्दे पर कहना है कि किसी भी प्रकार की शिकायत सामने नहीं आई है और ना ही किसी प्रकार के दबाव की।
अभिभावकों ने लगाए आरोप
ज्ञापन के दौरान स्कूल में अध्ययनरत दो छात्राओं के परिजन भी सामने आए और उनके द्वारा स्कूल प्रबंधन सहित शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर भी आरोप लगाए गए। अभिभावकों के अनुसार स्कूल प्रबंधन काफी समय से उनकी बच्चों पर जबरन हिजाब पहनने के लिए दबाव बनाता रहा है और इसकी जानकारी शिक्षा विभाग को दिए जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई।इसके अलावा गुरुवार को विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल द्वारा एक ज्ञापन प्रभारी एसडीएम को सोते हुए मामले में 12 बिंदुओं पर जांच की मांग की। जांच के साथ ही यह भी मांग की गई कि मामले की जांच एक स्वतंत्र समिति से करवाते हुए सुनिश्चित किया जाए कि इस दौरान स्कूल प्रबंधन छात्राओं व उनके अभिभावकों पर किसी भी प्रकार का दबाव ना बनाएं।
यह टीम करेगी पुनः जांच
वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने गंगा जमना हायर सेकेंडरी स्कूल के विरुद्ध प्राप्त ज्ञापन में उल्लेखित बिंदुओं की जांच के लिए गठित जांच समिति को पुनर्गठित किया है। जांच समिति में दो और सदस्यों को शामिल किया गया है । इस प्रकार अब जिला स्तरीय जांच समिति में 5 सदस्य स्कूल मामले की जांच करेंगे । जिन दो सदस्यों को शामिल किया गया है, उनमें डिप्टी कलेक्टर दमोह श्री आरएल बागरी, उप पुलिस अधीक्षक महिला सेल श्रीमती भावना दांगी शामिल है। इसके अलावा श्री मोहित जैन तहसीलदार, श्री पीके रैकवार जिला परियोजना समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान एवं सुश्री रितु पुरोहित प्रभारी मुख्य नगरपालिका अधिकारी दमोह भी शामिल है। उक्त पुनर्गठित जिला स्तरीय जांच समिति ज्ञापन में वर्णित शिकायतों के बिंदुओं की जांच के अतिरिक्त जांच के दौरान प्राप्त शिकायतों /विषयों की जांच भी करेगी । जांच पूरी होने के बाद प्रतिवेदन जिला कलेक्टर को कार्यालय को सौंपा जाएगा।