हीरे की परख जौहरी ही कर सकता है..!
अपने साथ साथ दुसरो के लिए भी सोच रहा है कमज़ोरों को आगे बढ़ा रहा है क्या कोई पाप कर रहा है..?
कोर्ट के अंदर का बेबाक जवाब सीखने लायक है उन्होंने ज़ज़ सहाब से कहा जो जब्ती बनाया है उसे गरीबो में बाँट दो मैं प्रॉपर्टी में इंवेसमेन्ट करता हूँ और सभी के जमा रुपये को डबल करके देता हूँ और देता रहूँगा”
सोमेंद्र किसी के घर पीले चाँवल डालने नही गया, किसी की खोपड़ी में बंदूक टिकाकर नही कहा
अगर उसे गुनाहगार मानते है तो पैसे जमा करने वाले भी गुनहगार ही हुए क्यूँकि उन्हें भी लोभ लालच है…
जहाँ तक मुझे पता है 2014 से मात्र 20 साल की उम्र से वो प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट करते आ रहे है और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी के बीच जितने भी नगर महानगर आते है सभी जगह उनकी नम्बर एक मे प्रॉपर्टीज़ है…
इन 8 सालो में जिसमे 2 साल कोरोना जैसी महामारी भी आई तब भी किसी भी थाने में एक भी शिकायत,एक भी आवेदन,एक भी मामला सोमेंद्र के ऊपर नही है क्योंकि उनकी नियत में खोट नही है इसलिए उन्होंने कहा चिंता नही किसी बात की जय बोलो महामाई की…
लोग अपनी मर्ज़ी से उन पर विश्वास करके पैसे जमा करते है और उन्होंने आज तक सभी को डबल करके दिया गरीबो का मसीहा है जिन्होंने हज़ार नही देखे उन्हें लाख दिया जिन्होंने लाख नही देखे उन्हें करोड़पति बना दिया कौन सा गुनाह कर दिया उसने धर्म के काम मे बढ़ चढ़कर चंदा देना गरीबो का इलाज़ करवाना गरीब कन्याओ की शादी करवाना और सबसे खास बात वो सुपारी तक नही खाता निर्विकार है और ना कोई ऐसा काम करता जिसे कहने में शर्म आए लोधी शेर है जिन्होंने बाँटना ही सीखा है..
इनलीगल काम तो सैकड़ो की संख्या में इस ज़िले में चल रहे है जहाँ गरीबो का लाचारों का बेसहारों का शोषित पीड़ित इंसानों का हक़ खुलेआम छीना जा रहा है बार बार क्या क्या गिनाए पर उन लोगों पर कोई कार्यवाही नही पता नही कैसा सैटअप है उन महानुभावों का….
पर दिल से सिर्फ एक लाइन कहना है मुझे सोमेंद्र 24 कैरट है कोई सुनामी ही आ जाए तो बात अलग है पर दुआँ करता हूँ उसे जिस नाम से पुकारा जाता है वही नाम उसे फ़लीभूत हो