6 वर्ष से बंद पड़ा ट्रामा सेंटर जिसका नहीं हो रहा संचालन सीतापुर से हेड इंजरी के मरीज लखनऊ पहुंचने के पहले जान से हाथ धोना पड़ता
सूत्र संभाग के अनुसार हम आपको बताते चलें जनपद सीतापुर में नवनिर्मित विगत 6 वर्षों से बंद पड़े ट्रामा सेंटर जिसके लिए कई बार प्रयास किया गया कि हेड इंजरी के मरीजों की चिकित्सा प्रक्रिया शुरू हो जाए लेकिन आज तक शासन प्रशासन के अधिकारियों ने इस पर गंभीरता से देखने और सोचने का प्रयास नहीं किया लखनऊ शहजानपर हाईवे के मध्य जनपद सीतापुर से लखनऊ पहुंचने तक मरीज को अपने हाथ धोने पड़ते हैं जिंदगी से किसी राजनीति से जुड़े सांसद विधायक जनपद के और भी सम्मानित लोगों ने प्रयास नहीं किया जिसका परिणाम आए दिन रोड हादसे से लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ता क्योंकि लखनऊ तक पहुंचने में काफी देर हो जाती जिसके कारण लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ता लोक निर्माण संघ के संस्थापक हरिओम मिश्रा के द्वारा कई बार संघर्ष किया गया लेकिन हाथ में धात के बाद ही देखने को मिले न किसी ने सुना न किसी ने सोचा आखिर कब तक एक बदहाल ट्रामा सेंटर की दीवानी क्या इसी तरह कागज पर बंद कर खड़ी रहेंगी या मरीजों के लिए व्यवस्था भी होगी इसका कोई पता नहीं तरीके से जिन्होंने हमारा साथ दिया है उनका हृदय से धन्यवाद जिनको यह मजाक नौटंकी या ड्रामा लग रहा है वह भी समय आने पर हमारा साथ देंगे ऐसा हमें पूर्ण विश्वास है! क्योंकि मौत बता कर या पूछ कर नहीं आती! कब क्या हो जाए कुछ मालूम नहीं जिस दिन कोई बड़े राजनीति से जुड़े लोगों के साथ में अगर कोई हादसा हुआ तब याद आएगा कि अगर सीतापुर में ट्रामा सेंटर होता तो जिंदगी बच सकती थी सोचेंगे तब जब कोई जनपद का सम्मानित व्यक्ति दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा उस समय सोचेंगे 3 अगस्त सीतापुर में ट्रामा सेंटर संचालित होता तो आज जिंदगी होती गरीब के लिए आम जनमानस के लिए कौन सोचता है नेता कौन मंत्री सोचता है शासन के अधिकारी सोचते हैं इसके लिए कुछ कहना ठीक नहीं व्यवस्थाएं उच्च वर्ग के लोगों के लिए त्वरित हो जाती हैं गरीब के लिए सरकार के पास न सोचने का समय देखने का समय अगर होता तो सीतापुर मैं बना ट्रामा सेंटर कई वर्ष पहले सेवा दे रहा होता
जेबीटी आवाज न्यूज़ लखनऊ मंडल ब्यूरो जी ओपी शुक्ला सीतापुर