मां शारदे
तोहरे दरस माई तोहरे दरे माई
घडी घडी मन चले तोहरे नगर माई
कौनऊ ऐसी बेला नाहि नजर ना तोहपे माई
तन चाहे कँहि रहे मन तोरे चरण माई
जैसे जैसे धड़कन माई तैसे तैसे साज है
तोहरे लगे माई सुन्दर सुन्दर राग है
कँहा फिर ध्यान है कँहा कब भान है
कौनऊ कहे कछु नाहि चिन्ता मात् है
तोहरी आँखी शेष माई दुनिया समाई अहि
भूले से ना भूले माई चाहे जियरा मरे माई
तोहका बन्दऊ तोहका पूजऊ
नाहि कोई बिधी माई
प्रेम के अलावा कुछ और कँहा माई
प्रेम के अलावा कुछ और कँहा माई