मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के लांजी तहसील से
अब एकल अभियान भी करेगा डिजिटल इंडिया के तहत काम
महाकौशल संभाग के तहत सतपुड़ा भाग अंचल बालाघाट संकुल लाजी के तहत आने वाला संच लांजी के विद्यालय ग्रामों में एकल विद्यालय निरंतर कार्य कर रहा है जिसमें आदिवासी वनवासी क्षेत्रों के बच्चों को शिक्षा संस्कार नैतिक शारीरिक सामाजिक बौद्धिक आदि प्रकार की शिक्षा प्रदान करने का कार्य चल रहा है जिसके चलते एकल अभियान ने इन वनवासी आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों को टेक्नोलॉजी से का प्रयास किया है ।
जिसमें एकल अभियान ने एकल विद्यालय को ई शिक्षा से जोड़कर उन्हें उच्च शिक्षा देने का प्रयास कर रही है एकल अभियान ने एकल विद्यालयों को डिजिटल इंडिया से जोड़कर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कदम रखवाया है
वहीं एकल अभियान की जानकारी देते हुए श्री लखन जी दरवरे संभाग मूल्यांकन प्रभारी ने बताया कि हमारा एकल अभियान निरंतर आदिवासी वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा को लेकर लगातार कार्य कर रहा है
एकल विद्यालय ‘एक शिक्षक वाले विद्यालय’ हैं जो विगत कई वर्षो से भारत के उपेक्षित और आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एकल विद्यालय फाउंडेशन द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। भारत के वनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों मे हजारों एकल विद्यालय चल रहे हैं। ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को समझने वाले हजारों संगठन इसमें सहयोग दे रहे हैं। भारत के वर्तमान में 65 हजार गांवों के 26 लाख वनवासी बच्चों को एकल विद्यालय फाउंडेशन मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। यहां बुनियादी शिक्षा ही नहीं दी जाती बल्कि समाज के उपेक्षित वर्गो को स्वास्थ्य, विकास और स्वरोजगार संबंधी शिक्षा भी दी जाती है।
एकल अभियान मध्य प्रदेश की ओर से लांजी में ई- शिक्षा की शुरुआत की गई। लांजी संच के तहत संचालित सभी शिक्षकों को दो-दो टेबलेट वितरित किए गए। जिससे संसाधनों के अभाव में कोई भी बच्चा गुणवत्तापरक शिक्षा से वंचित न रह सके। अब इन विद्यालयों में भी बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ ही दुनिया में घट रही घटनाओं की जानकारी मिलेगी।
संभाग प्रमुख श्री बीरेंद्र जी बेदरे ने बताया कि भारत के वनवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों मे हजारों एकल विद्यालय चल रहे हैं। ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को समझने वाले हजारों संगठन इसमें सहयोग दे रहे है
रिपोर्टर धर्मेन्द्र बिसेन