*जल संसाधन मंत्री श्री कावरे ने किसानों के खेत में पानी पहुंचाने के लिए अधिकारियों को योजना बनाने के दिए निर्देश*
ओरम्हा पंचायत के दौरे पर पहुंचे जल संसाधन राज्यमंत्री श्री रामकिशोर “नानो” कावरे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ ओरम्हा एवं तुमड़ीटोला क्षेत्र के किसानों से भेंट कर सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराए जाने की मांग पर विचार विमर्श किया। मंत्री श्री कावरे ने समनापुर के पास स्थित ढूटी बाएं तट नहर का स्थल निरीक्षण कर अधिकारियों को सिंचाई संबंधी समस्या के निवारण के लिए लिफ्ट इरिगेशन परियोजना का प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश प्रदान किए। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के अधीक्षण यंत्री श्री युवराज वारके, अनुविभागीय अधिकारी श्री परते एवं श्री गणेश लिल्हारे, श्री निरंजन लिल्हारे, श्री शोभा राम लिल्हारे श्री शंभु नगपुरे, श्री कृष्णा कटरे, श्री शरद लांजेवार, श्री चमक लिल्हारे, श्री गुलाब हीरापुरे, श्री उत्सव लांजेवार, श्री विनोद चौरे, श्री चुन्नीलाल उइके, श्री धनेंद्र बागड़े, श्री रवि शंकर बिसेन, श्री मनोज पारधी एव अन्य कर्मचारी उपस्थित थे एवं ओरम्हा ठाकुरटोला क्षेत्र के किसानों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
विगत 10 वर्षों से किसान सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध कराने की मांग करते रहे है। उनका कहना है कि उनके गांव तक नहर बनी है लेकिन सिंचाई के लिए पानी नहीं पहुंच पाता है। डोंगरबोड़ी जलाशय का पानी पर्याप्त नहीं है। पानी उपलब्ध ना होने के कारण उनकी खेती किसानी प्रभावित हो रही है। किसानों ने बताया कि पूर्व में भी उन्होंने दो नहरों के बीच पाइप लगाकर उन्हें जोड़कर पानी उपलब्ध कराने की मांग की थी। मौका स्थल पर मौजूद अधीक्षण यंत्री श्री युवराज वारके ने कहा कि दो नहरों को जोड़कर पानी उपलब्ध कराना तकनीकी दृष्टि से संभव नहीं है दोनों नहरों का कमांड एरिया प्रभावित होगा। टेल एरिया तक पानी भी नहीं पहुंचेगा।
जल संसाधन मंत्री श्री कावरे ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लिफ्ट इरिगेशन जैसी नई योजना बनाकर प्रस्तुत करें। किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने के लिए नई योजना बनाई जाएगी । शासन को प्रस्ताव भेजा जाए और उस प्रस्ताव को मंत्री जी स्वयं शासन स्तर से मंजूरी दिलाएंगे तब जाकर इस समस्या का समाधान हो सकता है। मंत्री श्री कावरे ने किसानों से भी संयम बरतने की अपील की। मंत्री श्री कावरे ने आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कोई ना कोई रास्ता अवश्य निकाला जाएगा और नई लिफ्ट इरीगेशन लघु सिंचाई योजना ही उसका रास्ता है।