*सम्यक मार्ग में चलकर ही मानव की उन्नती सम्भव — अधिवक्ता, संजय खोबरागढे*
तिरोडी, तिरोडी मुख्यालय से 5 कि मी दूर स्थित ग्राम पंचायत बोलडोंगरी में जिला बौद्व संघ तहसील शाखा तिरोडी व नव बौद्व संघ बोलडोंगरी के संयुक्त तत्वाधान में 66 वॉ धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस व परम पूज्य बोधिसत्व डॉ बाबा साहब अम्बेडकर जी की मूर्ति स्थांपना का प्रथम वर्षगाठ समारोह अधिवक्ता संजय खोबरागढे (जिला अध्यक्ष जिला बौद्व संघ बालाघाट) के मुख्या आतिथ्य व डॉ अनिल हिरकने, बी एल कुम्भरे उदय सिंह पंचेश्वर दलित मेश्राम (तहसील अध्य्क्ष तहसील बौद्व संघ तिरोडी) अशोक चिचखेडे सर्कल अध्यक्ष सर्कल बौद्व संघ पौनियॉ, रविकांता महेश बोरकर जिला पंचायत सदस्यच, विनीता रविन्द्र् चकोले सरपंच ग्राम पंचायत बोलडोंगरी के विशेष आतिथ्यं व धनराज नंदागवली जी की अध्यक्षता में सम्पन्नप हुआ। कार्यक्रम के प्रारम्भ में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अधिवक्ता संजय खोबरागढे कार्यक्रम के अध्यक्ष धनराज नंदागवली जी विशेष अतिथि डॉ अनिल हिरकने अशोक चिचखेडे ने तथागत बुद्व एवं परम पूज्य् डॉ बाबा साहब अम्बेडकर जी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर धूप दीप प्रज्वलीत किये। कार्यक्रम के प्रारम्भ में बी एल कुम्भरे ने अपने उदबोधन में कहा कि आदिवासी भारत के मूलनिवासी है, मूलनिवासीयों का मूलत: धम्म बौद्व धम्म है। उदयसिंह पंचेश्वर ने कहा कि बौद्व धम्म का उत्थान राजनितीक सत्ता प्राप्त् करने के पश्चात ही विस्तार संभव है। दलित मेश्राम ने अपने उदबोधन में कहा कि समाज व संगठनो में बुजुर्ग सामाजिक धार्मिक कार्यकर्ता के मार्गदर्शन से ही समाज का उत्था न संभव है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अधिवक्ता संजय खोबरागढे ने धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस पर विस्तार पूर्वक उदगार करते हुए समाज के तमाम उपासक एवं उपासिकाओं से आव्हान किया कि पंचशील के सिद्वांतो को स्वी्कार कर अष्टांगिक मार्ग पर प्रदत्त होकर सम्यंक मार्ग पर चलकर ही मानव की उन्नंती सम्भंव है। कार्यक्रम के अध्यक्ष धनराज नंदागवली ने कहा कि पंचशील के सिद्वांत को स्वीकार करने पर ही सभी मानव का कल्याण निश्चित है। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन रविन्द्र नागदेवे एवं डॉ रमेश महाजन ने किया।
रात्रि में 3T आर्केस्टा के डायरेक्टर सुनिल डोंगरे, कव्वाल दिलीप मेश्राम दिपेन्द्र हिरकने, मध्य भारत की सुप्रसिद्व कव्वाला राखी ताज, इत्यादि कलाकारो ने बुद्व अम्बेडकर मिशन पर गीत एवं गजल व कव्वाली की बेहतरीन प्रस्तुती दी। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रविन्द्र महाजन, (उपसरपंच बोल डोंगरी )डाक्टर रमेश महाजन ममता विनोद चौहान, वर्षा सुनिल महाजन, सुनिता शैलेन्द्र डोंगरे, प्रोफेसर मनीष डोंगरे, सिद्वार्थ नंदागवली, कल्पकना विजेन्द्र महाजन अनिल महाजन, डेविड रानाडे, मिथलेश डोंगरे, घनश्याम डोंगरे, मनोहर डोंगरे, राजेश खोबरागढे, संदिप चौहान, घनश्याम रामटेके, राजकुमार गजभिये, रजनीकांत मेश्राम, कृष्णकान्त् मेश्राम, जितेन्द्र वासनिक, आलेश मासुलकर, हरेन्द्र मासुलकर, सोनू मेश्राम, नामदेव महाजन, नुनकरण महाजन, संदिप चौहान हिवराज मासुलकर, महेतलाल मासुलकर , कूमोद चौहान, दिपिल हिरकने, देवेन्द्रव उके देवदास रामटेके सागर उके बस्तीाराम हिरकने प्रशांत डोंगरे, आपजी चौहान, सत्यरभामा पटले, शोभाबाई खोबरागढे सालिनी उके सायत्रा मेश्राम सुनंदा नंदा, विना मेश्राम चमन चौहान, सुनंदा हिरकने कविता मेश्राम प्रमिला वासनिक, तारनबाई डोंगरे कल्पेना डोंगरे उमा गजभिये सुनिता डोंगरे गीता महाजन ललिता महाजन अंजना महाजन गायत्री महाजन निर्मला महाजन कलाबाई रामटेके, सूर्य कान्ता महाजन, दिपलता रामटेके रीना मासुलकर , गोपिकाबाई मासुलकर अंजना उके केसरबाई नंदागवली, उर्मिला नंदागवली, शारदा रामटेके, संध्याब नंदागवली, कौशल रामटेके, पूजा मेश्राम, निर्मला उके, राहुल महाजन, विशाल महाजन, अंकेश महाजन, जैकेस महाजन आदित्य महाजन, ऑचल महाजन पलक महाजन साहिल महाजन महिमा महाजन रिहान महाजन विनिता महाजन श्वे्ता महाजन पाकी नंदा, आसु मेश्राम, चन्द्राकांता मेश्राम आदर्श डोंगरे, रागनी डोंगरे, संगम मेश्राम पल्लहवी हिरकने, पिउस उके, कुनाल चौहान, रितिक गजभिये, अमित रामटेके, सुमित रामटेके, संकेत उके, प्रिंस डोंगरे, कनक डोंगरे, अश्विनी कामर्डे, प्रतिक गजभिये,प्रसिक चौहान, रोहित हिरकने इत्यादि का योगदान रहा।
तिरोड़ी से अमित जैन की खबर