हजारों की संख्या में भगवान राधा- कृष्ण मंदिर पहुंचे श्रद्धालु’
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट ”
गंगामाई “में लगाई आस्था की डुबकी
टिपुर जलाकर की मेले की शुरुआत; 5 दिन चलेगा मेला
परिवार व इष्ट मित्रों के साथ गंगा मैया की आरती कर किए दीपदान– जराहमोहगांव( कंटंगी)- विष्णु यज्ञ की पवित्र भूमि ग्राम जराहमोहगांव के भगवान राधा कृष्ण मंदिर के समक्ष “सार्वजनिक श्री कृष्ण मेला समिति “के द्वारा पांच दिवसीय एतिहासिक मेला भरवाया गया है! कार्तिक पूर्णिमा की देर शाम की टिपुर जलने के साथ मेले की शुरुआत की गई! दूसरे दिन बड़ी संख्या में ग्रामवासी यहां पहुंचे थे! यहां गंगा माई में श्रद्धा की डुबकी लगाकर गंगा मैया की आरती कर परंपरा अनुसार दीपदान किया गया! इसके बाद सपरिवार सामूहिक भोजन कर खुशियां बांटी गई! यह सिलसिला निरंतर 5 दिन तक चलता रहेगा! आस्था के महापर्व पर गंगा माई में दीपदान कर श्रद्धालु भक्तों ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि की प्रार्थना कर नदी के संरक्षण और स्वच्छता का संकल्प लिया! ग्रामीणों में मान्यता है कि यहां स्वयं भगवान कृष्ण ने अपना मंदिर बनवाया था! यहां विगत कई वर्षों से कार्तिक पूर्णिमा में मेले का आयोजन भव्य रूप से होते आ रहा है! इस वर्ष भी पहले दिन से हजारों लोग यहां पहुंचे हैं! पुजारी जवाहरलाल पंचेश्वर ने बताया कि मंदिर में प्रथम दिन हजारों श्रद्धालु ने सुबह से शाम तक पूजा अर्चना की रात्रि में 251 यजमानों ने पंडित राम बिहारी शुक्ला एवं पंडित आशीष तेलंग ने मंगलाष्टक वेदों युक्त मंत्र उपचार कर राधा कृष्ण मंदिर में त्रिपुर उत्सव मनाया! इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य विक्रम के डी देशमुख एवं क्षेत्रीय विधायक टामलाल सहारे उपस्थित हुए!विदित हो कि प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर राधा कृष्ण मंदिर में श्रद्धालु भक्तों के द्वारा अपनी इच्छा अनुसार मंदिर में सहायता करते हैं! इसी क्रम में सार्वजनिक मेला समिति के द्वारा श्रद्धालु भक्तों को महा प्रसादी का वितरण किया गया जहां मेला समिति के अध्यक्ष समाजसेवी गौरव सिंह पारधी सरपंच योगेश डोंगरे; उपसरपंच चंद्रप्रकाश डहरवाल: जनपद सदस्य राजेश्वरी शारदा भैया ;पत्रकार छवि कुमार मरठे ;पवन डहरवाल राजेश डहरवाल पूर्व सरपंच नोकेंद्र सिंगंनदुपे सहित मेला समिति के संरक्षण मंडल के सभी सदस्य भी मौजूद थे! इसी तरह अन्य भक्तों ने राधा-कृष्ण को चांदी की बांसुरी हार आभूषण यथाशक्ति राशि समर्पित की! आज मेले के चौथे दिन रात्रि में दो महिला शाहिरो का जंगी मुकाबला प्रथम शाहिरा रुकमणी लिल्हारे (जय महामाया संगीत पार्टी दिनी) द्वितीय साहिरा सरस्वती लिल्हारे (जागृति शायरी मंडल नैतरा) के प्रोग्राम रखा गया है! तथा मेले के अंतिम दिन 12 नवंबर 2022 दिन शनिवार को “आर्केस्ट्रा आलाप “एवं लावनी” भंडारा महाराष्ट्र के 45 कलाकारों के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुति की जाएगी! उपस्थिति के लिए मेला समिति ने अपील की है!