HomeMost Popularजिज्ञासा से संकल्प और संकल्प से अनुकूल वातावरण के निर्माण का ...

जिज्ञासा से संकल्प और संकल्प से अनुकूल वातावरण के निर्माण का मार्ग है योगासन – देव

सागर

आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के अवसर पर भारत विकास परिषद ने योग एवं व्याख्यान का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का प्रारंभ वंदे मातरम गीत के साथ किया गया। स्वागत भाषण अध्यक्ष अखिलेश समैया द्वारा किया गया।योगगुरु वेद प्रकाश भट्ट द्वारा एन सी सी के कैडिटो को अष्टांग योग तथा सूर्य नमस्कार कराया।मुख्य अतिथि प्रांत कार्यवाह सुनील देव ने कहा कि योग भारतीय जीवन पद्धति का प्रतीक है, इसके अंतर्गत यम नियम , आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि के आठ आयामों को शामिल किया गया है।जिज्ञासा से संकल्प और संकल्प से अनुकूल वातावरण के निर्माण का  मार्ग है योगासन। डॉ अमर कुमार जैन ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के ऐसे नायक थे जिन्होने जापान और जर्मनी जैसे देशों की सहायता से आजाद हिंद फौज का निर्माण कर अंग्रेजों को चुनौती प्रस्तुत की।जय हिंद,दिल्ली चलो व तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा जैसे नारों में सुभाष चंद्र आज भी जीवित है। जब भी हम यह नारे लगाते हैं तो वास्तव में सुभाष चंद्र बोस द्वारा किए गए स्वाधीनता आंदोलन के  संघर्षों प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हैं। डॉ. संजीव कठल नेभारत विकास परिषद का परिचय दिया।कार्यक्रम की अध्यक्षता डा गोपा जैन प्रभारी प्राचार्य ने की। कार्यक्रम में डा जयनारायण यादव एन सी सी का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार संजय अग्रवाल द्वारा किया गया मंचाशीनं अतिथियों का स्वागत आशुतोष नेमा ने किया।
उपस्थित रहे मंचाशीन अतिथियों एवं सभा मे उपस्थित जनों ने सामूहिक राष्ट्र गान किया, श्रीनाथ नेमा,प्रशांत ,अरविंद, लालू सहित भारत विकास परिषद के सदस्य, आर्ट्स एवं कामर्स कॉलेज के प्राध्यापक,स्टाफ एवं एनसीसी के केडिट एवं कालेज के छात्र उपस्थित रहे।

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular