विजय निरंकारी /सागर/टीकमगढ़
टीकमगढ़ में दर्दनाक मामला सामने आया है। दस साल के बच्चे पर चोरी के आरोप लगे थे। इसके बाद पुलिस ने जांच के नाम पर परिवार से पूछताछ की। प्रताड़ना से तंग आकर बच्चे के माता-पिता और नाबालिग बहन ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। बच्चे को भी साथ ले गए थे, लेकिन ट्रेन आती देखकर वह भाग गया और बच गया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
टीकमगढ़ के कुड़ीला थाना इलाके के मातौल गांव का है। गांव के राकेश रिछारिया के घर पर तीन दिन पहले चोरी हुई थी। उसने लक्ष्मण और रजनी नामदेव के नाबालिग बेटे पर चोरी का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने परिवार से पूछताछ की। पुलिस के बार-बार बुलाने और पूछताछ करने से परेशान होकर लक्ष्मण और रजनी ने अपने बच्चों को लिया और ट्रेन के सामने कूदकर जान देने चले गए। शुक्रवार सुबह ट्रेन से कटने से लक्ष्मण, रजनी और उनकी बेटी मिनी नामदेव की मौत हो गई। बेटा भी आत्महत्या करने गया था। लेकिन ट्रेन को आता देख वह भाग गया। इससे उसकी जान बच गई। उसने पुलिस को जो बताया, उसमें गंभीर आरोप लगे है
नाबालिग बेटे का कहना है कि तीन दिन पहले वह खेल रहा था तो गेंद राकेश रिछारिया के घर चली गई थी। उसे लेने वह उनकी ड्रेसिंग तक पहुंच गया था। वहां किसी ने कहा कि अब मत आना नहीं तो चोरी का इल्जाम लगा देंगे। इसके बाद पूरे परिवार को चोरी के इल्जाम में फंसाने की धमकी भी दी थी। यह भी कहा था कि गर्म तेल करके कढ़ाई में हाथ डालेंगे। इससे हाथ में छाले पड़ेंगे, सच बताओ। इसके बाद पुलिस थाने में शिकायत हो गई और वह पूरे परिवार को परेशान कर रही थी। इस मामले में एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि मामले की जांच करा रहे हैं। जो भी दोषी होगा, उसे सख्त सजा दिलवाने की कोशिश करेंगे।