HomeMost Popularमजदूर(कामगार) दिवस  ( 01 मई ) और डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर

मजदूर(कामगार) दिवस  ( 01 मई ) और डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर

*मजदूर(कामगार) दिवस*

 ( 01 मई ) और डॉ. बाबा साहेब बी.आर. अम्बेडकर :-

1:- 12-14 घंटे काम करने के समय को 8 घंटे करने का प्रावधान किया गया ।

2:- महिला श्रमिकों के लिए मातृत्व

( मैटरनिटी लीव ) लाभ का प्रावधान किया गया ।

3:- मजदूरों के लिए

” न्यूनतम मजदूरी कानून ” का प्रावधान किया गया ।

4:- मजदूरों के लिए लड़ने के लिए

” Independent Labour Party ” का गठन किया गया ।

5:- मजदूरों को हड़ताल करने

का अधिकार लेकर दिया ।

6:- बम्बई में म्युनिसिंपल

कामगार यूनियन की स्थापना की गई ।

7:- कर्मचारी राज्य बीमा

( Employees State Insurance ) का गठन किया गया ।

8:- महंगाई भत्ता

( Dearness Allowance ) का प्रावधान किया गया ।

9:- रोजगार कार्यालय

(Employees Exchange ) का गठन किया गया ।

 

10:- अभ्रक खान श्रम कल्याण निधि

( Mica Mines Labour Welfare Fund ) का प्रावधान किया गया।

___________________

*🗞️🔜कामगारों(मजदूरों) के वैधानिक अधिकार:(𝙇𝘼𝘽𝙊𝙐𝙍 𝙇𝘼𝙒):-*

📌1) कर्मचारी क्षतिपूर्ति अधिनियम: 1923

📌2) वेतन भुगतान अधिनियम: 1936

📌3) औद्योगिक विवाद अधिनियम: 1947

📌4) कारखाना अधिनियम: 1948

📌5) न्यूनतम वेतन अधिनियम: 1948

📌6) कर्मचारी भविष्य निधि अधिनियम: 1952

📌7) ठेका श्रमिक (विनियमन एवं उन्मूलन) अधिनियम: 1947

📌8) बालक और कुमार श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम: 1986

📌9) भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार (नियोजन विनियमन एवं सेवा शर्ते) अधिनियम: 1996

•••••••••••••••••••

*मजदूरों(कामगारों) के लिए भारत का संविधान क्या व्यवस्था है??*

*मौलिक अधिकार एवं श्रम सम्बन्धी प्रावधान*

 

स्वातंत्रय-अधिकार

*√अनुच्छेद 19: वाक-स्वातंत्रय आदि विषयक कुछ* *अधिकारों का संरक्षण*

(1) सभी नागरिकों को –

(ग) संगम या संघ बनाने का, अधिकार होगा।

*✓शोषण के विरूद्ध अधिकार*

*√अनुच्छेद 23: मानव के दुव्र्यापार और बलात् श्रम का प्रतिषेध:*

√अनुच्छेद 24: कारखानों आदि में बालकों के नियोजन का प्रतिषेध:

_राज्य की नीति के निदेशक तत्व_

√अनुच्छेद 39: राज्य द्वारा अनुशरणीय कुछ नीति तत्व:

🔜1. पुरूष और स्त्री सभी नागरिकों को समान रूप से जीविका के पर्याप्त साधन प्राप्त करने का अधिकार हो,

🔜2. पुरूषों और स्त्रियों दोनों का समान कार्य के लिये समान वेतन हो,

🔜3. पुरूष और स्त्री कर्मकारों के स्वास्थ्य और शक्ति का तथा बालकों की सुकुमार अवस्था का दुरूपयोग न हो और आर्थिक आवश्यकता से विवश होकर नागरिकों को ऐसे रोजगारों में न जाना पड़े जो उनकी आयु या शक्ति के अनुकूल न हों,

🔜4. बालकों को स्वतंत्र और गरिमामय वातावरण में स्वस्थ विकास के अवसर और सुविधाएं दी जाएं और बालकों और अल्पवय व्यक्तियों की शोषण से तथा नैतिक और आर्थिक परित्याग से रक्षा की जाए।

√अनुच्छेद 41: कुछ दशाओं में काम, शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकारः

√अनुच्छेद 42: काम की न्याससंगत और मानवोचित दशाओं का तथा प्रसूति सहायता का उपबंधः

√अनुच्छेद 43: कर्मकारों के लिए निर्वाह मजदूरी आदि:

√अनुच्छेद 43-कः उद्योगों के प्रबंधन में कर्मकारों का भाग लेना:

ये सभी कार्य बाबा साहब डॉ अम्बेडकर जी के उन सभी मजदूरों के लिए जो किसी भी जाति/वर्ण से संबंध रखते हैं ।

01 मई मजदूर(कामगार) दिवस की बधाई

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular