आज 77 वे स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर आधुनिक भारत के निर्माता, भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जी की जन्मभूमि स्मारक पर ध्वजारोहण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
तथागत बुद्ध, महामानव बाबासाहेब की प्रतिमा और अस्थिकलश पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
पूजनीय बौद्ध भिक्षु जी के आशीर्वचन के साथ डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्व विद्यालय के कुलपति माननीय आर. डी. आत्रमजी के मुख्य आतिथ्य में, कैंटोनमेंट बोर्ड महू के सीईओ डॉ. राजेंद्र जगताप जी, पाथ इंडिया के निदेशक माननीय नितिन अग्रवाल जी, भूतपूर्व अधिकारी माननीय सुरेश मजदे जी, सामाजिक कार्यकर्ता प्रेमचंद टांक जी के विशिष्ट आतिथ्य में ध्वजारोहण कर सामूहिक राष्ट्रगान का आयोजन किया गया।
जन्मभूमि के सचिव राजेश वानखेड़े जी ने सभी अतिथियों की आगवानी की एवं स्वागत किया।
माननीय सीईओ डॉ. जगताप जी ने भीम जन्मभूमि पर हुए कार्यों को अविस्मरणीय बताते हुए भारतीय संविधान को सभी देशवासियों के लिए अनुपम उपहार बताया और सभी को हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की।
पाथ इंडिया के माननीय नितिन अग्रवाल जी ने भीम जन्मभूमि से चलने वाली बहुउद्देशीय परियोजना को सार्थक प्रयास बताते हुए नई पीढ़ी के निर्माण के लिए अपना सहर्ष सहयोग देकर सभी को स्वतंत्रता दिवस बधाई दी।
माननीय कुलपति महोदय ने भारतीय संविधान की रचना को इस देश के लिए बाबासाहेब का सबसे बड़ा योगदान बताते हुए राष्ट्र निर्माता की इस पावन भूमि को नमन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की अधोसंरचना के साथ-साथ बाबासाहेब ने व्यापक आयामों, विभिन्न परियोजनाओं को देशहित के समर्पित करते हुए राष्ट्र उत्थान की दिशा में जीवनपर्यंत काम किया।
इस गरिमामय में स्मारक समिति के उपाध्यक्ष मा. प्रकाश वानखेड़े, एड. प्रकाश निकड़े, राजेंद्र वाघमारे, कोषाध्यक्ष अरुण इंगले, वरिष्ठ मा. जगनराव वानखेडे, सुनील खंडेराव, कुणाल वाकोडे, वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता दिनकर राव अंभोरे, भीमराव वानखेडे, विजय इंगले, दुर्गेश राठौर, विकास राठौर, युवा अधिवक्ता श्रेयांस गजभिये, सिद्धार्थ चौहान, आकाश मालवीय, मिथुन जी, विनोद अहिरवार, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. एन. के. खांडे, कमलकान्त भालेवाडीकर, कृष्णा चौहान, रवि वाघमारे सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुषों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर सभी को मिठाई वितरित की गई।
उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी राजू कुमार अंभोरे ने दी।