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शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों का भविष्य अंधकार में

शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों का भविष्य अंधकार में

सुशील उचबगले

गोरेघाट/बालाघाट

ग्राम पंचायत गोरेघाट के अन्तर्गत शासकीय प्राथमिक शाला के बच्चों का भविष्य अंधकार मय नज़र आ रहा है । ज्ञात हो की इस स्कूल में 64 बच्चे अध्यन कर रहे है और यहां पर 4 शिक्षक थे जिसमे पूरण भलावे का कुछ समय पहले ही उनका देहांत हो चुका है और वर्तमान में श्रीमति रत्ना लांजेवार प्रधानाध्यापक , संजय सरोतिया, राजू सरोतिया शिक्षक है जिसमे संजय सरोतिया आए दिन बी एल ओ के काम के चलते स्कूल नही आ पाते और राजू सरोतिया हमेशा शराब के नशे में धुत रहते है जिसके चलते बहुत कम स्कूल आते है और आ भी गए तो बच्चो को पड़ा नही पाते है यू कहे तो उन्हे पढ़ाना आता ही नही है अब ऐसे में बची एक मात्र शिक्षिका श्रीमति रत्ना लांजेवार जो बच्चो की पहली से लेकर पांचवी तक के बच्चों को पढ़ाती भी है साथ साथ कागजी काम और बैठक में जाना ये सारे काम एक जिम्मेदारी से कर रही है और वही सरोतिया बधु एक मजे से घूम रहा है तो एक शराब के नशे में मद मस्त अपनी जिंदगी जी रहा है। लेकिन 64 बच्चो का भविष्य के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है इस शिक्षको को कुछ भी फर्क नही पड़ रहा है। इन 64 बच्चो में 34 बालक और 30 बालिका ही मात्र पढ़ाई कर रहे है जबकि इसी ग्राम में दो दो निजी स्कूल सचलित है जिसमे एक स्कूल में नर्सरी से चौथी कक्षा तक 96 और एक स्कूल में लगभग नर्सरी से आठवी कक्षा तक लगभग 200 से अधिक बच्चे अध्यरत है। जहा एक ओर सरकारी स्कूल में मात्र 64 बच्चे है वहीं निजी स्कूल में चौगुना बच्चे अध्यन कर रहे है जबकि सरकारी स्कूल में भोजन से लेकर कपड़े और स्कॉलर शिप भी दी जाती है उसके बावजूद सरकारी स्कूल में बच्चे कम रहना साफ जाहिर होता है की इस सरकारी स्कूल में कितनी पढ़ाई होती है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल के समय में ये दोनो शिक्षक नसे में धुत हो जाते है इनके घर वालो की माने तो घर से तो ये दोनो शिक्षक स्कूल के लिए समय पर तो निकलते है मगर रास्ते में मयखाने में जाकर अपनी प्यास बुझाते है और वहीं लुड़क जाते है ये ऐसी हालत में नही रहते की ये स्कूल जाए और बच्चो को शिक्षा दे।

शिकायत पर नही होती कार्यवाही

इन सरोतिया भाईयो की शिकायत कई बार बी ओ और डी ओ से की गई मगर जाति बैगा होने की बात कहकर इनके ऊपर कोई कार्यवाही नही की जाती है। अगर जाति वाद को लेकर अगर इन्हें यहां से हटाया नही गया तो जल्द ही पलको द्वारा इस स्कूल में ताला लगा दिया जाएगा क्यू कि ऐसे भी इन बच्चो का भविष्य खराब हो रहा है और कोई भी अधिकारी इन पर कार्यवाही करने तैयार नही है तो क्या पालक अपने बच्चो का भविष्य ऐसे ही खराब होने दे क्या इसका कोई हल नहीं है। जिस प्रकार से ये दोनो बैगा शिक्षक अपनी मनमानी कर रहे है अगर यहां से इस स्कूल से हटाया nhi गया तो पालक गण जल्द ही इस स्कूल को ताला लगा देंगे।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों को है इसकी जानकारी

शासकीय प्राथमिक शाला गोरेघाट के इन सरितिया बंधु की जानकारी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी को इनकी जानकारी है और जन प्रतिनिधि को भी इनकी जानकारी है और जब भी जांच हुई है तब या तो ये गायब मिले है या या नशे में चूर शाला परिसर में ही मिले है उसके बावजूद इनके ऊपर मात्र वेतन काटा गया है । यहां तक कि जब इनकी चुनाव में ड्यूटी लगी तब भी कई बार लापरवाही बरती गई है और कलेक्टर महोदय द्वारा इनकी मात्र वेतन काटी गई है और इनकी जानकारी जिले के कलेक्टर महोदय को भी है इसके बावजूद इनके इन सरोतिया बंधु के। हौसले बुलंद है क्योंकि उन्हें पता है ज्यादा से ज्यादा क्या होगा वेतन ही काटी जायेगी सेवा मुक्त नही करेंगे क्योंकि जाति बैगा है जिसका ये शिक्षक भरपूर फायदा उठा रहे है।

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