किसानों ने पंजीयन में नहीं डाल पाए धान
सुशील उचबगले की रिपोर्ट
गोरेघाट/तिरोड़ी
सेवा सहकारी समिती महकेपार के अंतर्गत दो धान खरीदी केंद्र बनाए गए है जिसमें महकेपार और कुड़वा केंद्र। जब स्लॉट बुकिंग की गई उसने ग्राम गोरेघाट के किसान हेमन शिवने, चंद्र कुमार शिवने, रविन्द्र शिवने ने जल्द बाजी में कुड़वा की जगह महकेपार केंद्र डाल दिए जबकि इन किसानों को कुड़वा केंद्र में धान डालना था । स्लॉट बुकिंग के समय एक बार आपको ऑनलाइन सुधार का मौका दिया जाता है जिसमें इन किसानों ने एक बार सुधार कर महकेपार की जगह कुड़वा कर लिए। इन किसानों को धान देने की अंतिम तिथि 11/12/2024 दिन बुधवार को देना था। इन तीनों किसानों ने अपना धान उपार्जन केंद्र कुड़वा में धान बिक्री हेतु दे दिए मगर प्रबंधक की गलती ये हुई कि शाम 6 बजे के पहले इन किसानों की धान को ऑनलाइन चढ़ाना था मगर कोशिश के बाद भी धान नहीं चढ़ा पाया जिससे किसान हेमन, चंद्रकुमार, रविन्द्र ये तीनों किसान धान डालने से वंचित रह गए। अब जब इन किसानों ने दुबारा ऑनलाइन सुधार करने की कोशिश की तो इनका ऑप्शन ही बंद हो गया क्योंकि दुबारा सुधारा नहीं जा सकता है। इन तीनों किसान ने अपनी बात शाखा प्रबंधक के समक्ष तथा विधायक को भी इसकी जानकारी दी मगर समस्या का कोई हल नहीं दिख रहा है। अब ये किसान कहा जाए और क्या करे जबकि जो खरीदी केंद्र की लापरवाही से ये सब हुआ है अगर इन किसानों की धान नहीं ली गई तो जो इन्होंने कर्ज लिया हुआ है वो कैसे देंगे जबकि किसान के पास धान बिक्री का एक मात्र ही उपाय जिससे किसान अपना लेन देन करता है वरना किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएगा।
इनका कहना है
हमने जिला स्तर पर आपूर्ति आधिकारी की वाट्सअप के माध्यम से जानकारी दे दिए है जैसे ही कोई अपडेट आता है तो इन किसानों को इसकी जानकारी दे दी जाएगी।
दिलिप कोटेकार
धान खरीदी प्रबंधक कुड़वा।