Maharana Pratap Jayanti: आज 9 मई को महाराणा प्रताप की जयंती के मौके पर देशभर में उन्हें याद किया जा रहा है। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक भावनात्मक संदेश साझा किया है। उन्होंने लिखा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। वह भारतीय इतिहास के ऐसे महान योद्धा थे जिन्होंने मातृभूमि की गरिमा सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। उनके साहस और पराक्रम की मिसाल आज भी लोगों को प्रेरणा देती है।
भामाशाह के दान की गूंज आज भी
राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में भामाशाह को भी याद किया जिन्होंने संकट के समय बिना किसी संकोच के अपना सारा संचित धन महाराणा प्रताप को समर्पित कर दिया था। उन्होंने लिखा कि जब भी अद्वितीय त्याग दान और उदारता की बात होगी तब भामाशाह का उदाहरण जरूर दिया जाएगा। उनके इस कृत्य ने यह सिद्ध कर दिया था कि जब देश संकट में हो तब एक नागरिक की जिम्मेदारी क्या होती है। इस भावना ने महाराणा प्रताप के संघर्ष को और भी मजबूती दी।
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती पर मैं उन्हें स्मरण करते हुए नमन करता हूँ। वे भारतीय इतिहास के ऐसे महानायक हैं जिन्होंने अपनी मातृभूमि के ‘मान,सम्मान और स्वाभिमान’ की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
महाराणा प्रताप ने सिर्फ़ शौर्य और पराक्रम का ही अपने जीवन में…
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 9, 2025
पटना में नहीं जा सके रक्षा मंत्री
राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्हें आज बिहार प्रदेश भाजपा द्वारा पटना में आयोजित ‘राणा-भामा सम्मेलन’ को संबोधित करना था लेकिन अपरिहार्य कारणों से वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि वह महाराणा प्रताप और भामाशाह को एक बार फिर से अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने इस सम्मेलन के महत्व को रेखांकित करते हुए लिखा कि ऐसे आयोजन देश के युवाओं को इतिहास से जोड़ते हैं और उन्हें प्रेरणा देने का कार्य करते हैं।
भारत पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। रक्षा मंत्री फिलहाल तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान भी मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान ने 8 मार्च को भारत की सीमावर्ती राज्यों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया था। हालांकि भारत की एयर डिफेंस प्रणाली ने इन हमलों को हवा में ही विफल कर दिया। इसके बाद भारतीय सेना ने भी जवाबी कार्रवाई की और लगातार कई मिसाइल हमले किए।
सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजार
भारत की वायुसेना ने भी जवाबी हमलों में हिस्सा लिया लेकिन इन हमलों से जुड़ी विस्तृत जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। सरकार आज इस विषय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है जिसमें पूरे घटनाक्रम पर आधिकारिक जानकारी दी जाएगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सभी की नजरें टिकी हैं क्योंकि देश की सुरक्षा व्यवस्था और भविष्य की रणनीति इससे स्पष्ट हो सकेगी। इन सबके बीच महाराणा प्रताप के साहस और बलिदान की याद और भी प्रासंगिक हो जाती है क्योंकि यह समय भी देशभक्ति और एकजुटता की मांग करता है।