पीथमपुर में अवैध कॉलोनियों का खेल, प्रशासन मौन क्यों?
विजय गिरवाल – जेबीटी टाइम्स
पीथमपुर — हमारे शहर पीथमपुर में आजकल एक अजीब ही तस्वीर बनती जा रही है। एक तरफ ये शहर एशिया की सबसे बड़ी औद्योगिक नगरी के तौर पर जाना जाता है, तो दूसरी ओर यहां अवैध कॉलोनियों का खेल खुलेआम खेला जा रहा है। खासकर इंडोरामा सेक्टर नंबर 3 में ज़मीनों की अवैध खरीदी-बिक्री धड़ल्ले से चल रही है।
स्थानीय लोगों की मानें तो बिना किसी वैध मंजूरी — न टीएनसी डायवर्सन, न रेरा अप्रूवल — कच्ची ज़मीन पर कॉलोनियां बसाई जा रही हैं और उन्हें 1200 से 1500 रुपये प्रति वर्गफुट की दर से बेचा जा रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि इस लूट का शिकार वो गरीब और मजदूर वर्ग है, जो अपनी ज़िंदगी की पूंजी लगाकर सिर पर छत पाने का सपना देख रहा है।
कॉलोनाइज़र ये दावा कर रहे हैं कि उन्हें नगर पालिका पीथमपुर से निर्माण की अनुमति मिल चुकी है, लेकिन जब जांच की बात आती है तो कोई अधिकारी स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं होता। पटवारी गौरव तिवारी ने बताया कि उन्हें चार्ज लिए हुए अभी कुछ ही समय हुआ है, इसलिए वो ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। दूसरी ओर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री निशिकांत शुक्ला ने केवल जांच का भरोसा दिया है — कार्रवाई कब होगी, ये किसी को नहीं पता।
अब सवाल यह है कि क्या शासन-प्रशासन को इस पूरे मामले की खबर नहीं है? या फिर जानबूझकर अनदेखा किया जा रहा है? इस अवैध प्लॉटिंग से सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है, और लोग ठगे जा रहे हैं।
जब तक ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं होती, तब तक गरीबों का भरोसा और शासन की साख — दोनों पर आंच आती रहेगी।