Delhi News: दिल्ली के दक्षिणी इलाके कॉलकाजी एक्सटेंशन में चल रही अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई पर अब राजनीति गरमा गई है। आम आदमी पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी को घेरने की कोशिश कर रही है। पार्टी की नेता और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के घर टूटे हैं उनके पास अब सोने और खाने तक की जगह नहीं बची है। आतिशी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट कर यह बात कही और गरीबों के समर्थन में उतरने का ऐलान किया।
आतिशी का जमीन पर उतरकर विरोध
आतिशी ने बुधवार देर रात सोशल मीडिया पर लिखा कि वह बेघर हुए लोगों के साथ देर रात तक जमीन पर मौजूद रहीं। कई बच्चों ने सुबह से खाना नहीं खाया था और कई परिवारों के पास रात में सोने की भी कोई व्यवस्था नहीं थी। उन्होंने कहा कि इस हालत को देखकर उनका दिल टूट गया। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन गरीबों की बद्दुआ बीजेपी को जरूर लगेगी। उन्होंने दावा किया कि खुद उन्होंने इन लोगों को दाल चावल खिलाया और रात में रुकने के लिए जगह भी दिलवाई।
देर रात तक भूमिहीन कैम्प में बेघर हुए निवासियों के साथ थी। कुछ बच्चों ने सुबह से खाना नहीं खाया। कई परिवारों के पास रात को सोने की जगह नहीं थी। उनका हाल देख कर दिल टूट गया। भाजपा को इन गरीबों की बद्दुआ ज़रूर लगेगी।
सबको दाल चावल खिलाया।कई परिवारों के रात में रुकने की जगह का… pic.twitter.com/c8G36AuxAR
— Atishi (@AtishiAAP) June 11, 2025
आतिशी ने आगे लिखा कि वह अपने विधायक कार्यालय में विशेष कैंप लगाएंगी ताकि इन लोगों की समस्याओं का हल निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हर परिस्थिति में गरीबों के साथ खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी इन पीड़ित परिवारों की मदद करने का निर्देश दिया गया है। इससे पहले भी आतिशी कॉलकाजी पहुंच चुकी हैं जहां उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
बीजेपी पर सीधा हमला और चेतावनी
हिरासत में लिए जाने से पहले आतिशी ने कहा था कि बीजेपी गरीबों की झुग्गियों को गिरा रही है और उन्हें आवाज उठाने से रोका जा रहा है। उन्होंने सीधे तौर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर निशाना साधते हुए कहा कि झुग्गीवासियों का गुस्सा बीजेपी और रेखा गुप्ता को झेलना पड़ेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी अब कभी सत्ता में नहीं लौटेगी क्योंकि उसने गरीबों के साथ अन्याय किया है।
इस पूरे मामले पर दिल्ली विकास प्राधिकरण यानी डीडीए ने भी अपना पक्ष रखा है। डीडीए ने कहा कि यह कार्रवाई केवल उन निवासियों के खिलाफ की जा रही है जो बिना पात्रता के 5 एकड़ जमीन पर कब्जा किए बैठे थे। डीडीए ने बताया कि 2015 की पुनर्वास नीति के अनुसार पात्र और अपात्र लोगों की पहचान की गई थी। जिन झुग्गियों को गिराया गया वे अधिकतर खाली थीं। कुल 344 झुग्गियां थीं जिनमें से अधिकतर को पहले ही खाली कराया जा चुका था। इसलिए डीडीए ने इन्हें गिराने में कोई बाधा नहीं देखी।