Beetroot यानी चुकंदर को हेल्दी फूड माना जाता है। इसे सलाद में खाया जाता है या इसका जूस बनाकर पिया जाता है। इसमें आयरन, फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है जो शरीर के लिए फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन एक बात हमेशा याद रखें कि कोई भी चीज़ अगर जरूरत से ज्यादा ली जाए तो फायदा देने की बजाय नुकसान भी पहुंचा सकती है। ऐसा ही बीटरूट के साथ भी है। अगर आप इसे सीमित मात्रा में खाते हैं तो ये आपके शरीर को बहुत फायदा पहुंचाता है लेकिन अगर रोज़ाना बहुत ज्यादा मात्रा में चुकंदर का सेवन करने लग जाएं तो इसके गंभीर नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।
किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है
अगर आप चुकंदर बहुत ज्यादा मात्रा में खा रहे हैं तो ये आपके किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है। चुकंदर में ऑक्सालेट नामक तत्व होता है जो शरीर में जाकर कैल्शियम के साथ मिलकर क्रिस्टल बना सकता है और यही क्रिस्टल आगे चलकर किडनी स्टोन का कारण बनता है। जिन लोगों को पहले से किडनी स्टोन की समस्या है या जो इस समस्या की शुरुआत में हैं उन्हें तो बीटरूट से दूरी ही बनाकर रखनी चाहिए। डॉक्टर की सलाह के बिना चुकंदर का सेवन नहीं करना चाहिए वरना सेहत और ज्यादा बिगड़ सकती है।
पेट की सेहत पर भी पड़ सकता है असर
कई बार लोग हेल्दी सोचकर चुकंदर की मात्रा बढ़ा देते हैं लेकिन ये आदत आपकी पेट की सेहत को बिगाड़ सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो चुकंदर में मौजूद कुछ तत्व ऐसे होते हैं जो अगर ज्यादा मात्रा में शरीर में पहुंच जाएं तो पेट में मरोड़, गैस, और डायरिया जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। पेट की समस्याएं शुरुआत में हल्की लगती हैं लेकिन अगर ध्यान न दिया जाए तो आगे चलकर ये बड़ी परेशानी का रूप ले सकती हैं। इसलिए अगर आपको अक्सर पेट दर्द या पाचन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो बीटरूट का सीमित मात्रा में ही सेवन करें।
लीवर पर भी हो सकता है बुरा असर
चुकंदर में कुछ ऐसे प्राकृतिक यौगिक होते हैं जो अगर जरूरत से ज्यादा मात्रा में शरीर में चले जाएं तो लीवर पर नेगेटिव असर डाल सकते हैं। एक स्टडी में पाया गया कि अधिक मात्रा में चुकंदर खाने से लीवर की कोशिकाएं प्रभावित हो सकती हैं और इससे लीवर की कार्यप्रणाली गड़बड़ाने लगती है। लीवर शरीर का एक बेहद जरूरी अंग है जो विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और पाचन में मदद करता है। ऐसे में अगर लीवर पर असर पड़ता है तो उसका सीधा असर पूरे शरीर की सेहत पर पड़ता है। इसलिए बीटरूट की मात्रा को लेकर हमेशा सतर्क रहें।
हड्डियों की सेहत पर पड़ सकता है असर
अगर आप सोचते हैं कि चुकंदर सिर्फ खून बढ़ाने और त्वचा चमकाने के लिए ही होता है तो आपको यह भी जान लेना चाहिए कि इसका ज्यादा सेवन आपकी हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है। चुकंदर में ऑक्सालिक एसिड पाया जाता है जो कैल्शियम के अवशोषण को बाधित कर सकता है। इसका मतलब यह है कि शरीर को भोजन से जो कैल्शियम मिलना चाहिए वो ठीक से अवशोषित नहीं हो पाता और इससे हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को बीटरूट सीमित मात्रा में ही देना चाहिए ताकि उनकी हड्डियां मजबूत बनी रहें।
हर चीज़ का संतुलन ज़रूरी होता है। चुकंदर में कोई शक नहीं कि भरपूर पोषक तत्व होते हैं लेकिन इन्हें भी अगर लिमिट में न खाया जाए तो नुकसान हो सकता है। आमतौर पर एक दिन में आधा या एक छोटा चुकंदर खाना काफी होता है। अगर आप जूस पीते हैं तो दिन में एक छोटा ग्लास पर्याप्त है। किसी भी फल या सब्जी को सुपरफूड मानकर अंधाधुंध सेवन करना गलत है। अपने शरीर की ज़रूरत और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही बीटरूट को अपनी डाइट में शामिल करें। तभी इसका सही फायदा मिलेगा और सेहत पर किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।