Amazon Alexa: दुनिया की जानी-मानी टेक कंपनी अमेज़न एक बार फिर विवादों में घिर गई है। अमेरिका में अलेक्सा यूज़र्स की निजता का उल्लंघन करने के आरोप में अब कंपनी के खिलाफ क्लास एक्शन मुकदमा दायर करने की तैयारी हो रही है। सोमवार, 7 जुलाई को अमेरिकी फेडरल जज रॉबर्ट लैस्निक ने इस मामले में राष्ट्रव्यापी मुकदमा दाखिल करने की अनुमति दे दी।
कोर्ट के अनुसार अमेज़न ने वाशिंगटन राज्य के उपभोक्ता संरक्षण कानूनों का उल्लंघन किया है। कंपनी पर आरोप है कि उसने यूज़र्स की आवाज़ों को रिकॉर्ड करके उसका इस्तेमाल व्यावसायिक लाभ के लिए किया है। इस मुकदमे में अलेक्सा का उपयोग करने वाले लाखों लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जा रही है।
क्या अलेक्सा सुन रही है आपकी बातचीत?
अलेक्सा एक वॉइस असिस्टेंट टूल है जिसे अमेज़न ने 2014 में लॉन्च किया था। ये यूज़र्स के “Hi Alexa” या “Wake” जैसे कमांड पर प्रतिक्रिया देती है। कोर्ट का मानना है कि इस तकनीक को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि ये अरबों प्राइवेट बातचीतों को इंटरसेप्ट कर सकती है।
2021 से चल रहा है निजता का विवाद
इससे पहले 2021 में भी अमेज़न पर निजता के उल्लंघन को लेकर मुकदमा दायर किया गया था। कंपनी का कहना है कि अलेक्सा को इस तरह से तैयार किया गया है कि वह उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बनाए रखे और अनजाने में एक्टिव न हो। अमेज़न बार-बार यह दावा करती रही है कि कोई सबूत नहीं है जो यह दिखाए कि अलेक्सा यूज़र्स की निजी बातचीत को रिकॉर्ड करती है।
फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों की तरह अब अमेज़न भी यूज़र्स की प्राइवेसी को लेकर कटघरे में है। बड़े टेक ब्रांड्स के ऊपर हर दिन बढ़ती निगरानी और कानूनी कार्रवाई यह संकेत देती है कि अब यूज़र्स की निजता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। अमेरिका की अदालत द्वारा दिया गया यह आदेश अमेज़न जैसे दिग्गजों के लिए एक बड़ी चेतावनी है।