Diabetes यानी शुगर एक ऐसी बीमारी है जिसे हम अपनी लाइफस्टाइल सुधार कर काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। दवाइयों और सही खान-पान के साथ-साथ रोज़ाना कुछ फिजिकल एक्टिविटी भी बहुत जरूरी है। डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे आसान और असरदार एक्सरसाइज है – चलना। चलना हर उम्र के लोग आराम से कर सकते हैं, लेकिन ये जानना भी जरूरी है कि कितना और कैसे चलना चाहिए ताकि शुगर कंट्रोल में रहे और आपको पूरा फायदा मिले।
डायबिटीज मरीजों के लिए रोजाना चलना बेहद फायदेमंद होता है। सामान्य लोगों की तरह डायबिटीज मरीजों को भी रोजाना लगभग 10 हजार कदम चलने चाहिए। अगर आप बहुत थके हुए हैं या ज्यादा चलना संभव नहीं है, तो कम से कम 30 मिनट की तेज़ चाल से चलना ज़रूर करें। औसतन, डायबिटीज में एक दिन में लगभग 6400 कदम यानी 3 से 4 किलोमीटर तेज़ चलना चाहिए। इससे आपका ब्लड शुगर जल्दी नियंत्रित होता है। साथ ही, कम से कम हफ्ते में पांच दिन यह एक्सरसाइज करनी चाहिए ताकि शरीर सक्रिय और स्वस्थ बना रहे।
डायबिटीज में चलने का सही वक्त क्या है?
किसी भी वक्त चलना ठीक रहता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए खाने के बाद चलना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। खासकर डिनर के बाद 15 से 30 मिनट की हल्की सैर करने से ब्लड शुगर के तेजी से बढ़ने की संभावना कम हो जाती है। इसलिए खाना खाने के बाद थोड़ी देर टहलना ज़रूर करें। सुबह खाली पेट चलना भी लाभकारी हो सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि अगर आप इंसुलिन लेते हैं या आपका शुगर पहले से कम है, तो सुबह सैर से पहले हल्का नाश्ता जरूर कर लें ताकि शरीर को ज़रूरी एनर्जी मिल सके और कमजोरी न हो।
डायबिटीज में चलने का सही तरीका क्या है?
शुगर कंट्रोल करने के लिए तेज़ गति से चलना जरूरी है, लेकिन दौड़ना नहीं। शुरू में आप जापानी स्टाइल भी अपना सकते हैं, जिसमें 5 मिनट तेज चलें और फिर सामान्य गति से चलना जारी रखें। आप अपनी दिनभर की सैर को तीन हिस्सों में भी बांट सकते हैं — सुबह 10 मिनट, दोपहर 10 मिनट और रात को 10 मिनट। ऐसा करने से न केवल ब्लड शुगर बेहतर कंट्रोल में रहता है, बल्कि आपका पूरा स्वास्थ्य भी सुधरता है। तेज़ चलने से आपका शरीर एक्टिव रहेगा और आप बेहतर महसूस करेंगे।