नीमटोला नहर से थानेगांव मार्ग निर्माण पर ग्रामीणों ने लगाई रोक
ठेकेदार पर गुणवत्ताहीन सामग्री उपयोग करने का आरोप
लांजी। लोकनिर्माण विभाग द्वारा लोकनिर्माण से लोक कल्याण योजना के तहत 2 करोड़ 39 लाख की लागत से टी.बी.एस. इंफ्र ास्ट्रक्चर गोंदिया से नीमटोला नहर से थानेगांव मार्ग का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन ग्रामीणों ने निर्माण कार्य में गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि निर्माण कार्य में रेत पूरी मटमैली, सीमेंट की मात्रा बिल्कुल न के बराबर और गिट्टी भी गुणवत्ताहीन होने का दिया हवाला है। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा ज्यादा लाभ कमाने के लिए गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग के एसडीओ का पूरा संरक्षण प्राप्त होने के कारण ठेकेदार बेखौफ होकर काम कर रहा है। कार्यपालन यंत्री के आदेश के बाद भी ठेकेदार ने कार्य बंद नहीं किया था, जबकि ग्रामीणों का विरोध लगातार जारी था। सड़क को पाटने के लिए लाया गया वाईब्रेटर भी शोभा की सुपारी साबित हुआ जिस पर भी ग्रामीणों ने आक्रोश जताया।
कार्यपालन यंत्री की मौजूदगी में निर्माण शुरू करने की मांग पर अड़े ग्रामीण
ग्रामीणों ने निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है और कार्यपालन यंत्री की मौजूदगी में ही निर्माण शुरू करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाना चाहिए और सामग्री की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाना चाहिए। ठेकेदार द्वारा कहा गया की विभाग के इंजीनियर और एसडीओ मौके पर आएंगे और उनके द्वारा निरीक्षण किया जाएगा तभी कार्य शुरू किया गया। इतना सुनते ही ग्राम के सरपंच, उपसरपंच एवं ग्रामीण ठेकेदार पर बिफर पड़े और लोक निर्माण विभाग के एसडीओ और इंजीनियर की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा की जब तक जिला मुख्यालय से कार्यपालन यंत्री निर्माण स्थल पर आकर मटेरियल और निर्माण कार्य का निरीक्षण नहीं करेंगे तब तक हमारे द्वारा निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने दिया जाएगा।
ठेकेदार की पूर्व में की गई गुणवत्ताहीन कार्यों की शिकायतें, विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं
इससे पूर्व भी टी.बी.एस. इंफ्र ास्ट्रक्चर गोंदिया की निर्माण एजेंसी द्वारा जितने भी निर्माण कार्य लांजी क्षेत्र में किए गए हैं, वहां की गुणवत्ता पर सवाल उठते रहे हैं। विभाग को रोड सौंपने के पूर्व ही उनमें खामियां निकलने लगती हैं। लगातार शिकायत मिलने के बाद भी विभाग द्वारा ऐसे ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के बजाय और ज्यादा टेंडर दिए जा रहे हैं और मोटा कमीशन खाया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा की जब इसी तरह विभाग को लोक कल्याण करना है तो ऐसे कल्याण का कोई औचित्य नहीं है जिसमें विभागीय अधिकारी मोटा कमीशन कमाएं और गुणवत्ताहीन कार्य का परिणाम गांव के ग्रामीण भुगतते रहें। ग्रामीणों ने कहा निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य निर्माण का सूचना पटल भी जो ग्राम में लगाया है वह भी अधूरा है जिससे ग्रामीणों को निर्माण कार्य की जानकारी पूर्ण रूप से नहीं लग पाती।
इनका कहना है…..
ग्रामीणों द्वारा सड़क निर्माण कार्य में गुणवत्तायुक्त मटेरियल उपयोग नहीं किये जाने की शिकायत की गई है। जिसके बाद मेरे द्वारा तत्काल कार्य रोकने के निर्देश दिये गये थे। निर्माण एजेंसी को गुणवत्तायुक्त मटेरियल का उपयोग करने एवं मजबूत रोड बनाने के निर्देश दिये जाएंगे।
बी.एस. अड़मे
कार्यपालन यंत्री