ब्रेकिग लखनऊ
उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशाशन को बदनाम करने मे sho. ने कोई कसर नही छोड़ी
अपने ही थाने में कर दिया एक युवती का बल्तकार युवती आई अपनी शिकायत लेकर युवती को शिकायत की किमत अपनी इज्जत देकर कीमत चुकाना पढ़ी ऐसे भ्रष्टपुलिस से सीखे कैसे होती है बसूली युवती का कमजोरी का फाइदा कैसे उठाते है पुलिस वाले
वही स्थानीय जनता के आक्रोश से निपटने के लिए थाने की सुरक्षा के लिए अन्य थानों की पुलिस भेजी गयी है।
एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर ने इस घटना में पाली थाने के कोतवाल समेत सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
मामले की जांच डीआईजी झांसी रेंज जोगेंद्र कुमार को सौंपी गयी है। इंस्पेक्टर और नाबालिग की मौसी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
आरोप है कि इंस्पेक्टर ने फरियाद सुनने के लिए थाना परिसर स्थित आवास में बुलाया और रेप किया। बाद में इसकी शिकायत एसपी निखिल पाठक से की गयी।
तब इंस्पेक्टर और मौसी समेत छह लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ। लड़की को चार लोग 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए थे। वहां उसके साथ दुराचार हुआ था। इस मामले में रिपोर्ट लिखाने उसकी मौसी आयी थी।
मामले में चन्दन, राजभान, हरिशंकर, महेन्द्र चौरसिया, प्रभारी निरीक्षक पाली तिलकधारी सरोज व मौसी गुलाबबाई के खिलाफ अपहरण, गैगरेप, साजिश आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।