*अपनी जायज मांगो को लेकर कोटवार संघ बैठा अनिश्चित हड़ताल पर*
सिवनी जिले की केवलारी तहसील मुख्यालय में 20 मई से कोटवार संघ अपनी जायज मांगों को लेकर अनिश्चित हड़ताल पर बैठा है वैसे तो मध्यप्रदेश के सभी जिलों में कोटवार संघ द्वारा धरना प्रदर्शन एवं ज्ञापन देने का सिलसिला बना हुआ है कोटवार संघ केवलारी के ब्लॉक अध्यक्ष संजय वासनिक से बातचीत करने पर उन्होंने बताया की अनिश्चित कालीन हड़ताल करने के लिए ब्लाक संघ द्वारा अनुविभागीय अधिकारी केवलारी को लिखित सूचना देने पर स्वीकृति प्रदान की गई,एवम संघ के पदाधिकारियों के साथ सामूहिक रूप से तहसीलदार केवलारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपा गया,आगे बताया कि हम अल्प वेतनमान में कई वर्षों से कार्य कर रहे है हमारे द्वारा कई बार सरकार के समक्ष अपनी जायज मांगे रखी गई परंतु आज दिनांक तक हमारी मांगों को न मानते हुए सिरे से नकारते गया,इसी तारतम्य में समूचे मध्यप्रदेश में कोटवार संघ के द्वारा एक साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया गया , आगे बताया की हमारी मुख्य दो सूत्रीय मांग है पहली कि हमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त हो, एवं हमें कलेक्टर रेट पर वेतन दिया जाए और जिन लोगो को जमीदारी प्रथा के समय जमीन आबंटित की गई उन्हें भूमि स्वामी का हक दिया जाए।आगे बताया कि आज की वर्तमान महंगाई दर को देखते हुए हमें अल्प वेतनमान मात्र चार हजार रुपये में कार्य करना पड़ रहा है जिससे हम अपना और अपने परिवार का भरण पोषण नहीं कर पा रहे हैं और अपनी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित होना पड़ रहा है अपने बच्चों को उच्च शिक्षा नही दिला पा रहे है,
जिससे होनहार बच्चे अपने लक्ष्य को प्राप्त नही कर पा रहे है,और परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने पर नौजवान अपने लक्ष्य से भटक रहे हैं इन सारी घटनाओं की जिम्मेदार सरकार है। क्योंकि इतने अल्प वेतन पर कोई भी अपने परिवार को बुलन्दियों तक नही पहुंचा सकता,अगर हम बात करें तो सरकारी कर्मचारियों में सबसे अल्प वेतनमान में काम करने वाले कोटवार ही हैं शासन हमारे साथ दोहरी नीति अपना रही है हर वर्ष सभी कर्मचारी अधिकारियों की वेतन वृद्धि की जाती है परंतु हमारी और कोई ध्यान नहीं है, हम शासन के सारे काम ईमानदारी और लगनशीलता से करते है,जब जब शासन का बुलावा आता है हम अर्धरात्रि को भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया करते है,वनांचल क्षेत्रो में रहने पर भी अपनी जान जोखिम पर रखकर शासन के हर आदेश का पालन करते है। परंतु सरकार हमारे साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपना रही है,और हम विसंगति पूर्ण नीति का शिकार होते जा रहे है, यही कारण है कि आज हमे अपनी जायज मांगों को मनवाने के लिए हड़ताल पर बैठना पड़ा हैं, अगर सरकार अभी भी हमारी मांगे नही मानती है तो आने वाले समय में हम उग्र आंदोलन जल सत्याग्रह भूख हड़ताल जैसे कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे, हमारे संघ के द्वारा समय-समय पर शासन को अपनी मांग मनवाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम लिखित आवेदन एवं ज्ञापन सौपे गए परंतु इसका कोई असर देखने को नहीं मिला यही कारण है कि हमारा संघ 20 मई से कलम बंद व अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठा है आगे बताया कि जब तक हमारी मांगे सरकार मान नहीं लेती तब तक हम ऐसे ही अनिश्चित हड़ताल पर शांतिपूर्ण तरीके से बैठे रहेंगे।अंत मे बताया कि हम शासन से यही अपील करते हैं कि हमारी जायज मांगों को ध्यान में रखते हुए उन्हें शीघ्र पूर्ण करें।
पांडिया छपारा /केवलारी
दीपक मेश्राम