*झोपङी मे पङा मिला युवक का शव, जांच के लिये भेजा गया विसरा*
परसवाङा- मुख्यालय परसवाङा के विश्राम गृह के समीप ही एक झोपङी मे गुरूवार की सुबह एक 32 वर्षीय युवक का शव मिलने से समुचे ग्राम मे सनसनी फैल गई ! जिसके बाद ग्रामीणो ने परसवाङा पुलिस को सुचना दी !
सुचना पर पहुची परसवाङा पुलिस ने युवक की सिनाख्त ग्राम भीकेवाङा के निवासी संजय उइके पिता जगनलाल उइके, उम्र 32 वर्ष के रूप मे की है ! परसवाङा पुलिस द्वारा पतासाजी कर मृतक के परिजनों को सुचना दी जिसके पश्चात पंचनामा कार्यवाही करते हुये मर्ग कायम कर मामला जांच मे लिया है वही पोस्टमार्टम के पश्चात युवक के शव को परिजनो को सौप दिया गया है !
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परसवाङा से मिली जानकारी अनुसार युवक संजय 30 मई को तकरीबन 11 बजे इलाज कराने के लिए परसवाङा अस्पताल पहुचा था, जो ओपीङी मे दर्ज है, जहां पर उसे खुन की उल्टी भी हुई उसकी हालत को देखकर तकरीबन 1 बजे चिकित्सको ने जिला अस्पताल रेफर किया तथा परिजनो को उसके साथ जिला अस्पताल जाने के लिये कहा था , बताया जा रहा है कि अकेले होने की वजह से वह जिला अस्पताल नही गया ! संजय की पत्नी ने बताया की उनके बच्चे की तबीयत खराब होने की वजह से वह साथ मे नही जा सकी थी ! ग्राम भीकेवाङा के ग्रामीणो का कहना है वह बीते दो वर्षों से परिवार के साथ अपने ससुराल ग्राम अरंडिया मे रहता था वही ग्राम भीकेवाङा आया जाया करता था ! बहरहाल युवक के मृत्यु के कारणो का पता नही चल पाया है ! चिकित्सको का कहना है कि डिहाइड्रेसन मौत का कारण हो सकता है हालांकि विसरा जांच के लिये भेजा गया है जांच रिपोर्ट आने के पश्चात ही स्पष्ट हो पायेगा की युवक की मौत कैसे हुई ! संजय के परिवार मे पत्नी, दो बेटियां और एक छोटा बेटा है !
*इलाज के अभाव मे गई युवक की जान-*
चिकित्सको की माने तो यदि समय रहते युवक को उचित उपचार मिल जाता तो उसकी जान बच जाती ! गौरतलब है कि तकरीबन एक लाख से उपर की आबादी होने के बाद भी तहसील परसवाङा मे उचित उपचार नही हो पाता ! जो भी उपकरण उपलब्ध है उन्ही उपकरणों की सहायता से यहाँ के चिकित्सक ग्रामीणो का इलाज कर रहे है आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के बाद भी अब तक यहां के अस्पताल मे सभी तरह के टेस्ट नही हो पाते, टेस्ट करवाने के लिये भी परसवाङा के ग्रामीण जन जिले पर निर्भर है ! आधुनिक उपकरण तो कभी दवाये तो कभी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये यहाँ के ग्रामीणो की असमय ही जान जा रही है वही सरकार बेहतर स्वास्थ्य व इलाज की लगातार बात कही जाती है ! आज भी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परसवाङा मे सामान्य से टेस्ट के लिये ग्रामीणो को यहां से खाली हाथ लौटना पङता है ! सामान्य सा एक्सरे भी आज पुरानी मसीनो से किया जा रहै ! जानकारी लेने पर पता चला की डिजिटल एक्सरे मसीन भी अब यहां नही है ! ऐसे मे परसवाङा मे कैसे इलाज हो रहा होगा चिंतन करने वाली बात है !
परसवाड़ा से राकेश मिश्रा की रिपोर्ट