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कहीं सफाई तो कहीं नर्क से बद्तर है ग्रामीणों की ज़िंदगी महीनों से गायब है पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मी

कहीं सफाई तो कहीं नर्क से बद्तर है ग्रामीणों की ज़िंदगी

महीनों से गायब है पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मी

ब्यूरोरिपोर्ट :-आदित्य शुक्ला

*हरदोई:-* स्वच्छ भारत मिशन जैसी योजनाओं पर सूबे के मुखिया सहित भारत के प्रधानमंत्री चाहे करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हों पर ग्राम पंचायतों के मुखिया हैं कि मानते नहीं जिनकी शह पर ग्राम पंचायतों में कार्यरत सफाई कर्मी भी मनमानी से बाज नहीं आते वाकिया विकासखंड कोथावां के ग्राम पंचायत कुर्सी का है जहां पर ग्राम पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मी विजय कुमार महीनों से ग्रामीणों को दर्शन तक देने नहीं पहुंचा। जिसका बचाव करते ग्राम प्रधान नजर आए फोन वार्ता के दौरान ग्राम पंचायत प्रधान मिथिलेश कुमार द्वारा बताया गया कि सफाई कर्मी के पिता की तबियत खराब है। जिसकी वजह से वह उपस्थित नहीं हो पा रहा है जबकि ग्रामीण जनों का कहना है कि ग्राम पंचायत में नियुक्त सफाई कर्मी को कई महीनों से देखा तक नहीं। सरकार एवं जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकते स्थानीय ब्लाक के अधिकारी एवं पंचायत प्रधान ने मिलकर प्राइवेट सफाई कर्मी उमेश कुमार को 5 से 6 हजार रूपए महीने पर नियुक्त कर दिया है वह हर 15 दिन पर गांव में सफाई करने आता है। उक्त ग्राम पंचायत का नंबरी गांव कुर्सी से लगा हुआ मजरा विभूती खेड़ा है जहां पर गंदगी के जगह जगह पर अंबार लगे हुए हैं नालियां पूरी तरह रूंधी एवं बंद पड़ी हुई है। दबी जुबान विभूती खेड़ा निवासी ग्रामीणों ने कहा कि यहां सफाई बराबर होती है तो कुछ के अनुसार 15 दिन पर प्राइवेट सफाई कर्मी पहुंचता है और नालियों की सफाई करते हुए गंदगी का ढेर सीसी मार्ग पर इकट्ठा कर देता है जिसके पश्चात वह पुनः 2 से 3 दिन में पहुंच कर उस गंदगी को भरकर गांव के बाहर फेंक देता है। इस प्रक्रिया के दौरान गंदगी पुनः नालियों में पैर पसारने लगती है तब तक वही सफाई कर्मी कुर्सी गांव पहुंचकर सफाई कार्य करता है। वही कुर्सी गांव में मेन सीसी मार्गों के आसपास सफाई व्यवस्था चुस्त दुरुस्त दिखी। विभूती खेड़ा गांव का गंदा पानी पश्चिम की ओर पहुंचाने वाला नाला भी देखने में बेबस नजर आता है। ऐसा प्रतीत होता है कि इस नाले की सफाई महीनों से नहीं की गई है जिसके चलते गंदा पानी अपनी जगह पर स्थिर बना हुआ है। वहीं फोन वार्ता के दौरान एडियो पंचायत कौशलेंद्र कुमार ने बताया कि प्रधान मिथलेश कुमार के द्वारा सफाई कर्मी का ड्यूटी उपस्थिती चार्ट बना कर वेरीफाई कराया जाता है अगर वह ड्यूटी पर नहीं है तो ऐसा कैसे हो रहा है। प्रधान ने कभी यह बात बताई ही नहीं। कौन सफाई कर्मी है जानकारी नहीं है मैं जानकारी करके उंहें समझाने का प्रयास करता हूं। दिखवाता हूं।

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