-नागरिक श्रमदान को तैयार लेकिन अनुमति नहीं
घंसौर में फिर गहराया जल संकट, पानी के लिए लोग हो रहे परेशान
-सिवनी | घंसौर में एक बार फिर जल संकट गहरा गया है। इन दिनों जिले में पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार चल रहा है वहीं सोमवार को घंसौर में महिलाएं और बच्चे, पुरुष आदि पानी की तलाश में इधर-उधर भटकते रहे। अब जब तक क्षेत्र में अच्छी बारिश नहीं होती है तब तक इसी तरह की स्थिति बनती बिगड़ती रहेगी। दरअसल घंसौर को पानी की सप्लाई करने वाले मोहगांव जलाशय में पानी बिल्कुल अंतिम स्तर पर चला गया है। जिसके कारण रविवार की रात से पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि इस दौरान जबकि पानी लगभग पूरी तरह सूख चुका है यही अच्छा मौका है कि तालाब की सिल्ट हटा दी जाए। इसके लिए लोग श्रमदान करने को तैयार हैं।
सूख गया जलाशय
तालाब में जम गई हैं सिल्ट
तालाब का निर्माण जब से हुआ है तब से आज तक इसकी सफाई नहीं की गई है। ग्राम पंचायत ने इसके लिए कई बार प्रस्ताव अधिकारियों को प्रेषित भी किए लेकिन इसका कोई सकारात्मक असर नहीं हुआ। ग्राम पंचायत से कई बार प्रस्ताव पास कर अयोषित किया था कि इस तालाब की सिल्ट को साफ करने के लिए अनुमति प्रदान किया जाए लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लोग श्रमदान करने को भी तैयार हैं।
बुझती है 10 हजार लोगों की प्यास
लगभग पांच एकड़ के क्षेत्र में फैला मोहगांव का बांध घंसौर की लगभग दस हजार से अधिक की आबादी की प्यास बुझाता है। तहसील मुख्यालय से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर बना यह बांध सन 1980 में तैयार हुआ था। इसका पानी शहर में पहुंचाने के लिए यहां से फिल्टर प्लांट बनाकर • पाइप लाइन की सहायता से घर-घर तक पहुंचाता है। शहर में पानी पहुंचाने के लिए डेढ़ लाख लीटर की क्षमता की टंकी बनाई गई है जो आज की जनसंख्या के लिहाज से अपर्याप्त है। सन 1980 से अबतक यहां की जनसंख्या में लगभग तीन गुनी बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में यह टंकी लोगों के कंठ गीला कर पाने में सक्षम नजर नहीं आती। लोगों तक पानी पहुंचाने के लिए ग्राम पंचायत दिन में तीन बार टंकी भरती है। बावजूद इसके एक दिन छोड़कर विभिन्न इलाकों में पानी दिया जाता है। ग्राम पंचायत ने कई बार नई टंकी के लिए प्रयास किए लेकिन टंकी नहीं मिली। जिससे पानी की समस्या यथावत बनी हुई है।