सीतापुर दिनांक 15 जून 2022
जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को किसान दिवस एवं कृषक उत्पादक संगठन की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को एक-एक करके सुना एवं समस्याओं का प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने किसानों से अपेक्षा की कि वह लिखित रूप में शिकायतों को अवगत करायें एवं शिकायती प्रार्थना-पत्र पर अपना मोबाइल नम्बर अवश्य अंकित करें, जिससे शिकायत के निस्तारण के उपरान्त फीडबैक लिया जा सके। किसान नेता उमेश पाण्डे द्वारा बिजली, पानी एवं उर्वरक की उपलब्धता के संबंध में की गयी शिकायत का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि बिजली बिल से संबंधित शिकायतों की टीम बनाकर जांच करायी जाये तथा जिन कनेक्शनों में मीटर नहीं लगे हैं उनमें तत्काल मीटर लगवाये जायें। अधि0 अभि0 विद्युत को निर्देशित किया गया कि लाइनमैन के माध्यम से गॉव-गॉव में यह सत्यापित करा लिया जाये कि बिना मीटर लगाये मीटर के आधार पर बिल जारी न किया जा रहा हो। खराब ट्यूबेल तत्काल ठीक कराये जाने के निर्देश देते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को हर-हाल में पानी की उपलब्धता होनी चाहिये। खराब ट्रासफार्मर निर्धारित समय में ठीक कराये जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये।
ग्राम पंचायत हुसेनपुर कैमहरा विकास खण्ड खैराबाद सीतापुर के निवासी कृषकों द्वारा अवगत कराया गया कि ग्राम पंचायत में निर्मित राजकीय नलकूप संख्या-195 सी के ट्यूबवेल आपरेटर नियमित रूप से गांव में नहीं आते है और ना ही ट्यूबवेल का संचालन सुचारू रूप से होता है। गांव के निवासी ट्यूबवेल आपरेटर श्री बहादुर सिंह के पास ट्यूबवेल की चाभी रहती है उनके द्वारा किसानों की फर्जी सिंचाई दर्ज की जाती है जबकि वास्तविक किसानों की सिंचाई नहीं होती है। मांग की गयी कि समस्या का निस्तारण कर दोषी व्यक्तियों पर प्रभावी कार्यवाही की जाये। श्री विनय शुक्ला, निवासी ग्राम-सोन्सरी विकास खण्ड बेहटा द्वारा अवगत कराया गया कि गॉव में दो लाइन है, जर्जर होनेे के कारण आये दिन तार टूट जाते है और कभी भी नियमित रूप से विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाती है।
कृषक श्री हिमांशु सिंह निवासी ग्राम-झरेखापुर विकास खण्ड-हरगॉव सीतापुर द्वारा अवगत कराया गया कि ट्यूबवेल हेतु नये विधुत कनेक्शन लेने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विधुत विभाग द्वारा जान-बूझ कर नजदीकी विधुत पोल से कनेक्शन लेने के स्थान पर लम्बी दूरी के पोल से कनेक्शन दिया जाता है जिससे कनेक्शन की लागत बहुत अधिक हो जाती है। अधिशाषी अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि नये कनेक्शन हेतु आवेदक पी0टी0डब्लू0 पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि नियमानुसार नये विद्युत कनेक्शन हेतु आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें। अधि0 अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड द्वारा अगवत कराया गया कि गर्मी में वोल्टेज कम होने के कारण तार में करेन्ट बढ़ जाता है जिससे तार टूट जाते है जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित होती है, सम्पूर्ण जनपद में जर्जर तारों को परिवर्तित कराने सम्बन्धी कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है।
किसान सम्मान निधि की शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश जिला कृषि अधिकारी को दिये। इसके साथ ही गौवंश की समस्याओं पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि निराश्रित गौवंश को पास के गौवंश आश्रय स्थल में संरक्षित किया जाये। उन्होंने आम जनता से अपील की कि इन गौवंश के संरक्षण में सहयोग देने हेतु आगे आयें, जिससे इनके लिये बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने पशु पालकों से अनुरोध किया कि नवजात गौवंश को बेहसहारा न छोड़ें, यह अपराध की श्रेणी में आता है। मानवता की दृष्टि से सभी को गौवंश संरक्षण के लिये प्रेरित किया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित कृषकों को अवगत कराया गया कि जनपद में स्थापित गौशालाओं में भूसे की आपूर्ति हेतु जनपद के कर्मचारियों द्वारा एक दिन का वेतन दान स्वरूप प्रदान किया गया है। कृषकों से अपील की गयी बेसहारा पशुओं की इस सामाजिक समस्या के नियंत्रण हेतु यह आवश्यक है कि प्रशासन एवं समाज दोनों मिलकर कार्य करें, अतः आम जनमानस से भी अपेक्षा है कि वह भी बढ़-चढ़कर इस पुनीत कार्य में सहयोग प्रदान करें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के किसानों द्वारा भूसे के सहयोग के रूप में नकद धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है। निर्देशित किया गया कि किसान भाइयों से नकद धनराशि के स्थान पर भूसे का सहयोग ही प्राप्त किया जाय भले ही वह कितनी ही कम मात्रा में क्यों न हो।
अधिशासी अभियन्ता सिंचाई को निर्देश दिये कि नहर से निकलने वाली नालियों/कुलाबों को दुरूस्त करायें तथा यह सुनिश्चित किया जाये इन पर कोई अवैध रूप से कब्जा न करें। सभी किसानों को समान रूप से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। डा0 दयाशंकर श्रीवास्तव, हेड इन्चार्ज के0वी0के0 कटिया ने धान की नर्सरी डालने हेतु कृषकों को विस्तार से जानकारी उपलब्ध करायी, साथ ही कृषक भाइयों से अपील की अपने खेत की मिट्टी की जांच अवश्य करायें तथा धान की सीधे बुवाई के महत्व को रेखाकिंत करते हुये ड्रम सीडर के माध्यम से बुवाई करने हेतु उपस्थित कृषकों को प्रेरित किया गया। जिला गन्ना अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि रैटून मैनेजमेन्ट डिवाइस (आर0एम0बी0) जमीन के सतह के बराबर गन्ने को काट देती है, नई जड़ों के विकास के लिए 5 कि0ग्रा0 प्रति बीघा की दर से डी0ए0पी0 का उपयोग करने पर अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही उपस्थित अन्य अधिकारियों द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी किसान भाइयों को प्रदान की गयी। जिला कृषि अधिकारी द्वारा गत किसान दिवस बैठक में प्राप्त शिकायतों के अनुपालन की स्थिति से अवगत कराया गया।
बैठक के दौरान डिप्टी कलेक्टर नेहा मिश्रा, जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विशाल पोरवाल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी प्रभात कुमार सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं कृषकगण उपस्थित रहे।
ग्राम पंचायत हुसेनपुर कैमहरा विकास खण्ड खैराबाद सीतापुर के निवासी कृषकों द्वारा अवगत कराया गया कि ग्राम पंचायत में निर्मित राजकीय नलकूप संख्या-195 सी के ट्यूबवेल आपरेटर नियमित रूप से गांव में नहीं आते है और ना ही ट्यूबवेल का संचालन सुचारू रूप से होता है। गांव के निवासी ट्यूबवेल आपरेटर श्री बहादुर सिंह के पास ट्यूबवेल की चाभी रहती है उनके द्वारा किसानों की फर्जी सिंचाई दर्ज की जाती है जबकि वास्तविक किसानों की सिंचाई नहीं होती है। मांग की गयी कि समस्या का निस्तारण कर दोषी व्यक्तियों पर प्रभावी कार्यवाही की जाये। श्री विनय शुक्ला, निवासी ग्राम-सोन्सरी विकास खण्ड बेहटा द्वारा अवगत कराया गया कि गॉव में दो लाइन है, जर्जर होनेे के कारण आये दिन तार टूट जाते है और कभी भी नियमित रूप से विद्युत आपूर्ति नहीं हो पाती है।
कृषक श्री हिमांशु सिंह निवासी ग्राम-झरेखापुर विकास खण्ड-हरगॉव सीतापुर द्वारा अवगत कराया गया कि ट्यूबवेल हेतु नये विधुत कनेक्शन लेने के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विधुत विभाग द्वारा जान-बूझ कर नजदीकी विधुत पोल से कनेक्शन लेने के स्थान पर लम्बी दूरी के पोल से कनेक्शन दिया जाता है जिससे कनेक्शन की लागत बहुत अधिक हो जाती है। अधिशाषी अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि नये कनेक्शन हेतु आवेदक पी0टी0डब्लू0 पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते है। जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि नियमानुसार नये विद्युत कनेक्शन हेतु आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करायें। अधि0 अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड द्वारा अगवत कराया गया कि गर्मी में वोल्टेज कम होने के कारण तार में करेन्ट बढ़ जाता है जिससे तार टूट जाते है जिससे विद्युत आपूर्ति बाधित होती है, सम्पूर्ण जनपद में जर्जर तारों को परिवर्तित कराने सम्बन्धी कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है।
किसान सम्मान निधि की शिकायतों का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश जिला कृषि अधिकारी को दिये। इसके साथ ही गौवंश की समस्याओं पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि निराश्रित गौवंश को पास के गौवंश आश्रय स्थल में संरक्षित किया जाये। उन्होंने आम जनता से अपील की कि इन गौवंश के संरक्षण में सहयोग देने हेतु आगे आयें, जिससे इनके लिये बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने पशु पालकों से अनुरोध किया कि नवजात गौवंश को बेहसहारा न छोड़ें, यह अपराध की श्रेणी में आता है। मानवता की दृष्टि से सभी को गौवंश संरक्षण के लिये प्रेरित किया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थित कृषकों को अवगत कराया गया कि जनपद में स्थापित गौशालाओं में भूसे की आपूर्ति हेतु जनपद के कर्मचारियों द्वारा एक दिन का वेतन दान स्वरूप प्रदान किया गया है। कृषकों से अपील की गयी बेसहारा पशुओं की इस सामाजिक समस्या के नियंत्रण हेतु यह आवश्यक है कि प्रशासन एवं समाज दोनों मिलकर कार्य करें, अतः आम जनमानस से भी अपेक्षा है कि वह भी बढ़-चढ़कर इस पुनीत कार्य में सहयोग प्रदान करें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के किसानों द्वारा भूसे के सहयोग के रूप में नकद धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है। निर्देशित किया गया कि किसान भाइयों से नकद धनराशि के स्थान पर भूसे का सहयोग ही प्राप्त किया जाय भले ही वह कितनी ही कम मात्रा में क्यों न हो।
अधिशासी अभियन्ता सिंचाई को निर्देश दिये कि नहर से निकलने वाली नालियों/कुलाबों को दुरूस्त करायें तथा यह सुनिश्चित किया जाये इन पर कोई अवैध रूप से कब्जा न करें। सभी किसानों को समान रूप से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश भी जिलाधिकारी ने दिये। डा0 दयाशंकर श्रीवास्तव, हेड इन्चार्ज के0वी0के0 कटिया ने धान की नर्सरी डालने हेतु कृषकों को विस्तार से जानकारी उपलब्ध करायी, साथ ही कृषक भाइयों से अपील की अपने खेत की मिट्टी की जांच अवश्य करायें तथा धान की सीधे बुवाई के महत्व को रेखाकिंत करते हुये ड्रम सीडर के माध्यम से बुवाई करने हेतु उपस्थित कृषकों को प्रेरित किया गया। जिला गन्ना अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि रैटून मैनेजमेन्ट डिवाइस (आर0एम0बी0) जमीन के सतह के बराबर गन्ने को काट देती है, नई जड़ों के विकास के लिए 5 कि0ग्रा0 प्रति बीघा की दर से डी0ए0पी0 का उपयोग करने पर अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। इसके साथ ही उपस्थित अन्य अधिकारियों द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी किसान भाइयों को प्रदान की गयी। जिला कृषि अधिकारी द्वारा गत किसान दिवस बैठक में प्राप्त शिकायतों के अनुपालन की स्थिति से अवगत कराया गया।
बैठक के दौरान डिप्टी कलेक्टर नेहा मिश्रा, जिला कृषि अधिकारी मंजीत कुमार, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विशाल पोरवाल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी प्रभात कुमार सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं कृषकगण उपस्थित रहे।