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उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में लागू सरकार की योजनाओं के संबंध में जागरूकता बढ़ाने एवं पठन-पाठन प्रधानाचार्य संगोष्ठी राजकीय इंटर कॉलेज मैं आयोजित की गई

उत्तर प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में लागू सरकार की योजनाओं के संबंध में जागरूकता बढ़ाने एवं पठन- पाठन स्तरोन्नयन विषयक प्रधानाचार्य संगोष्ठी राजकीय इंटर कॉलेज सीतापुर में आयोजित

सीतापुर दिनांक 26 जून 2022 (सू0वि0) उत्तर प्रदेश में शिक्षा क्षेत्र में लागू सरकार की योजनाओं के संबंध में जागरूकता बढ़ाने एवं पठन- पाठन स्तरोन्नयन विषयक प्रधानाचार्य संगोष्ठी राजकीय इंटर कॉलेज सीतापुर में रविवार को आयोजित की गई। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने माँ सरस्वती के पट्टचित्र पर माल्यार्पण कर, दीप प्रज्वलित करते हुए शुभारंभ किया। संगोष्ठी में उपस्थित प्रधानाचार्याे का कोटि कोटि आभार व्यक्त किया। शिक्षा के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार कर बच्चो एवं अभिभावकों को जागरूक करने की अपील प्रधानाचार्याे से की।उन्होंने सभी प्रधानाचार्याे से अपेक्षा किया कि बच्चियों को गुड टच एवं बैड टच से जागरूक किया जाय, बच्चो के प्रति स्ट्रेस की समस्या ज्यादा आ रही है अतः यह जिम्मेदारी प्रधानाचार्याे की है कि वे बच्चो की स्ट्रेस की काउंसलिंग कराते रहे। विद्यालय में लाइब्रेरी पठन का समय भी निर्धारित किया जाय। सप्ताह में दो बार असेम्बली क्लास के साथ योगाभ्यास भी अवश्य कराया जाय। बच्चों को अखबार पढ़ने की आदत डलवाई जाय जिससे सोसल मीडिया के माध्यम से प्राप्त भ्रामक ज्ञान से बच सके। जिन बच्चों के अभिभावक अपने बच्चांे को सही दिशा में ले जाने में असमर्थ है उन बच्चो को सही दिशा में ले जाये जाने की जिम्मेदारी प्रधानाचार्याे को दी। कौन सा बच्चा किस क्षेत्र में जाना चाहता है इसकी काउंसलिंग प्रधानाचार्याे द्वारा सुनिश्चित की जाय। बच्चों को एक डायरी अवश्य दी जाय व प्रतिदिन डायरी पर अंकित भी किया जाय, जिससे अभिभावकों को भी जानकारी रहे बच्चे आज क्या किये हैं।बच्चो को थानों की कार्यशैली दिखाई जाय, तहसीलों के प्रशासन एवं कार्यशैली से अवगत कराने हेतु बच्चो को तहसील में ले जाकर दिखाया जाए, विकास योजनाओं का क्रियान्वयन कैसे होता उन्हें ब्लॉकों में ले जाया जाए। यह सब एक्स्ट्रा एक्टिविटी के तहत किया जाय। बच्चों को स्कॉलर एवं अभ्युदय योजना से अवश्य परिचय कराया जाय। अभ्युदय कोचिंग में जो भी प्रधनाचार्य एवं शिक्षक पढ़ाना चाहते हैं वे अपना शिक्षण सहयोग दे सकते हैं। जिलाधिकारी ने सफल लोगो से अपील किया कि अपने गांव एवं क्षेत्रांे में बच्चो के लिए कुछ सकारात्मक एक्टिविटी अवश्य करें, जिससे बच्चे अधिक प्रेरित हो सके। जिलाधिकारी ने सभी प्रधानाचार्याे को प्रण कराया कि अगले वर्ष बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट में शीर्ष तीन में सीतापुर का नाम अवश्य होना चाहिए।।

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