**सीएमओ ने बगैर बिल बाउचर के खर्च कर डाले करोड़ों रुपए*
*शाहजहांपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार का बोलबाला***
ऑडिट रिपोर्ट में पकड़े गए बगैर बिल वाउचर के खर्च किए गए करोड़ों रुपए ।
सूत्रों से पता चला कि शाहजहांपुर जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार का जबरदस्त बोलबाला है।जब भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाला अधिकारी ही स्वयं भ्रष्टाचार में आकंठ लिप्त हो तो किसी तरह की कोई गुंजाइश बचती ही नहीं है।इसका खुलासा 2020-21 की ऑडिट रिपोर्ट में जांच के दौरान सामने आया जिसमें करोड़ों रुपए बगैर बिल बाउचर के ही खर्च कर दिए गए।
कायदे में सरकारी धन के खर्च के लिए सर्वप्रथम टेंडर होना चाहिए और उसके बाद बिल वाउचर के आधार पर पेमेंट निकाला जाना चाहिए था,लेकिन सीएमओ की मेहरबानी से बगैर किसी मानक को पूर्ण करते हुए करोड़ों रुपए निकाल लिए गए।सबसे मजे की बात यह है कि इस पूरे भ्रष्टाचार में मुख्य चिकित्सा अधिकारी शाहजहांपुर में अपने सगे रिश्तेदार की कंपनी बापू इंटरप्राइजेज में ही लाखों रुपए की देनदारी कर रखी है।इससे साफ जाहिर होता है भ्रष्टाचार के इस खेल में सीएमओ शाहजहांपुर के साथ उनके रिश्तेदार भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं,अब जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी का रिटायरमेंट करीब है बे गवन और भ्रष्टाचार के इन सारे मामलों की लीपापोती करने में जुट गए हैं। इस संबंध में भाजपा नेता राकेश पांडे ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर 2020-21 का ऑडिट संज्ञान लेने की प्रार्थना करते हुए भ्रष्टाचार में आकंठ लिप्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए राजस्व की प्राप्ति हेतु रिकवरी किए जाने की गुहार लगाई है। इसके अतिरिक्त लखीमपुर खीरी के भाजपा नेता पवन बाजपेई ने भी तमाम अधिकारियों को पत्र लिखकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है।अब देखना यह है कि इन शिकायत पत्रों पर क्या कार्रवाई होती है,जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मिलने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कार्यालय में बैठे होने के बावजूद मना करवा दिया कि वह नहीं मिलेंगे। जब फोन पर पूरे मामले की जानकारी करनी चाहिए तो उनके अर्दली ने फोन उठाकर कहा कि साहब बिजी हैं अभी बात नहीं हो सकती।
ब्यूरो रिपोर्ट शिवम दीक्षित शाहजहांपुर