देखते ही मंत्र मुग्ध कर देती है हर्रैया ग्राम पंचायत की अपनी अशोक वाटिका
84कोसी परिक्रमा में साधुओं व श्रद्धालुओं की होती है सेवा_ग्राम प्रधान
कोथावां/हरदोई_ग्रामीण अंचल में प्रधानी की ओर नजर डालते ही लोग मुंह चिढाने लगते है।तमाम तरह की बातें शुरू हो जाती है। लेकिन अभी भी पूरी ईमानदारी से कार्य कर ग्राम प्रधान अपनी ग्राम पंचायत को चमकाने मे कोई कसर नही छोड रहे है। ऐसी ही एक चमकती ग्राम पंचायत विकास खण्ड कोथावां मे नजर आयी है। जिसे हर एंगल से आदर्श ग्राम पंचायत कहा जा सकता है। उक्त विकास खण्ड की ग्राम पंचायत हर्रैया जिले की एक अनूठी ग्राम पंचायत है। जहाँ से एक कम पढी लिखी विधवा महिला श्रीमती खूबकली मौर्या ग्राम प्रधान है। इस महिला ग्राम प्रधान ने अपने पुत्र वीरेंद्र मौर्य के सहयोग से ग्राम पंचायत मे विकास के नये आयाम स्थापित किये है। स्वच्छता मिशन,पेयजल ,विकास कार्यो से पूरी ग्राम पंचायत आच्छादित कर दी है। पहली बार प्रधान बनी इस महिला ने ग्राम पंचायत मे एक अपनी अशोक वाटिका बनायी है जिसमे तमाम औषधीय पेडो को लगाया गया है साथ ही रंग बिरंगे फूलो से सुसज्जित आशोक वाटिका किसी को भी मंत्र मुग्ध कर सकती है। इस वाटिका मे पेडो के साथ ही गांव के नन्हें मुन्ने बच्चों को खेलने के लिये झूला आदि की व्यवस्था की गयी है। इतना ही नही गांव के युवाओं के लिये वालीबाल खेलने की व्यवस्था की गयी है। इस सन्दर्भ मे जब ग्राम प्रधान से पूछा गया तो उनका कहना था कि मुझे जो भी पैसा मिलता है वह ग्राम सभा में विकास के लिये है। इसमे मेरा तो कुछ है नही ऐसे मे गांव की सेवा व विकास करना ही मेरा एकमात्र उद्देश्य है। प्रधान प्रतिनिधि वीरेंद्र मौर्य ने बताया कि जिले की 84कोसी परिक्रमा की शुरुआत हर्रैया से ही होती है इस परिक्रमा मे भी अपने निजी साधनों से जो भी बन पडता है साधुओं व श्रद्धालुओं की सेवा भी करते है। उन्होंने आगे कहा कि गांव वालों ने हम पर भरोसा जताया है हम गांव के विकास व लोगो की सेवा मे कोई कसर बाकी नही छोडेगें। पुनीत मिश्रा के साथ राहुल तिवारी की रिपोर्ट