एक बार फिर दर्द से कराहती रही प्रसूता, एंबुलेंस गांवों तक नहीं आ सकी,
मजबूरी में परिजनो ने उसे पैदल 200 मीटर दूर खडी एम्बुलेंस के पास लाए।
जतुली गाँव के ग्राम प्रधान व सचिव की लापरवाही आई सामने।
सफाईकर्मी की भी नही है तैनाती।
हरियावां विकासखण्ड के अधिकारी बैठे मौन। प्रधानों व सचिव की मौज ही मौज।
हरियावां।
जनपद हरदोई का एक मामला सामने आया हैं। यह मामला विकासखंड हरियावां के ग्राम पंचायत मरई के जतुली गाव का हैं। जहा पर स्थानीय निवासी राहुल की पत्नी पूजा को बीती रात को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई जिस पर एम्बुलेंस को बुलाया गया लेकिन वह भी 1 घण्टे बाद लेट आई।और अस्पताल को ले गई लेकिन, वह दर्द से कराहती रही, लेकिन एंबुलेंस गांव तक नहीं आ सकी, मजबूरी में परिजनो ने उसे पैदल 200 मीटर दूर खडी एम्बुलेंस के पास लाई गई।गांव वालों व एम्बुलेंस चालक का कहना है कि कच्चा रास्ता होने की वजह से इतनी कीचड़ और गंदगी है।कि आम आदमी को निकलना मुश्किल है कई हादसे का शिकार हो चुके है लेकिन विभागीय अधिकारी के कान पर जू तक नही रेगता।ग्रामीणों ने बताया कि यह सब ग्राम प्रधान की लापरवाही का कमाल है जो हम इसका नतीजा भुगत रहे है इमरजेंसी में मरीजों को ले जाने का कोई साधन नहीं है।इसके बावजूद भी ग्रामीणों को पक्की सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं नसीब हो रही हैं।ग्रामीणों ने बताया कि गांव तक पक्का रास्ता नहीं होने के कारण एंबुलेंस और अन्य वाहन नहीं पहुंच पाते।वही एम्बुलेंस चालक से जब पूछा गया तो उसने बताया कि भैया इतना दलदल भरा हुआ है मेरी गाड़ी वहां तक नहीं पहुंच पाएगी अपनी पत्नी को यहीं ले आओ इस समय तो यह हाल है बरसात में क्या हाल होगा।वही ग्रामीणों ने बताया कि अगर इस समस्या से जल्द ही छुटकारा नही मिला तो जल्द ही उच्च अधिकारीओ को अवगत करायेगे।