दुर्घटना को निमत्रण दे रही गोरेघाट की प्रधान मंत्री सड़क योजना से बनी सड़क
गोरेघाट
बालाघाट जिले के अंतिम छोर पर मध्य प्रदेश की अंतिम सीमा कहे जाने वाले ग्राम गोरेघाट की आबादी करीब पांच हजार के लगभग है। जिसमे मुख्य एक ही मार्ग है जो गोरेघाट बस्ती के ह्रदय से होकर गुजरता है और इस ह्रदय मार्ग सड़क की दूरी बस्ती में लगभग डेढ़ किलो मीटर की है। बड़ा ही दुर्भाग्य है की इस अंतिम छोर में बसे गांव में कोई अधिकारी इसकी सुध लेने तैयार नही है । जबकि महज 10 किलो मीटर की दूरी पर राजीव सागर बांध बना है और इस बांध को मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र ने मिलकर बनाया है ।इस बांध को देखने हेतु दोनो राज्यो के लोग आते है और गोरेघाट होते हुए राजीव सागर बांध इसी मार्ग से जाते है और इस ग्राम के अंदर की सड़क बहुत जगह से छतिग्रस्त हो चुकी है जगह जगह पानी भरा हुआ है जिससे ग्राम के लोगो को और बाहर से आने जाने वाले लोगो को आए दिन मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है और ग्रामीणों को बाहरी लोग उल्टा सीधा मुंह पर बोले जा रहे है कैसे है आप और कैसी है आपके गाँव की व्यवस्था जिससे ग्रामीणों में काफी गुस्सा व्याप्त है।
अधिकारी सुनने तैयार नही
पिछले कुछ वर्षो से यह समस्या बनी हुई है मगर ना ग्राम पंचायत के अधिकारी सुन रहे है और ना ही विभागीय अधिकारी सुन रहे है। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से जब इस सड़क की समस्या के बारे में बताया गया तो उन्होंने यह कहकर टाल दिया की अब हमारा कोई रोलकाल नही है अब यह सड़क प्रधान मंत्री सड़क योजना के अधिकारी से बात करे जब हमने पीएमआरवाय के अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने साफ कह दिया की आप लोक निर्माण विभाग से बात करे। जब ये दोनो अधिकारी ने पल्ला झाड़ा तो इस संबंध में पंचायत वालो से बात की गई तब पंचायत वाले बीच बीच के सड़क में पायली डालने की बात कही गई मगर कब डाली जाएगी इसकी कोई समय सीमा नही बताई गई है।
ऐसा लगता है की इस समस्या को कोई भी सुनने तैयार नही है और जब कोई बड़ी दुर्घटना हो जायेगी तब शासन द्वारा कोई कदम उठाया जाएगा अब देखना ये है की कब कोई घटना घटे और समस्या से निजात मिले।
स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर
जगह जगह पानी जमा होने से अब ग्रामीणो और बचों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है स्कूल के बचो इसी मार्ग से होकर स्कूल जाना पड़ता है और पानी इतना गंदा हो गया है की उससे बदबू तक आने लगी है आँगन वाडी के बचे से लेकर हाई स्कूल के बचे भी यही से आना जाना करते है जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है
सुशील उचबगले की रिपोर्ट 9752024487