इन्सान जो करना चाहे वह हो सकता है ऐसी मिशाल आज सावित कर दिखाई गनूनगला के कपिल देव ने
हम आपको बताते चले कपिल देव पुत्र वीरेन्द्रसिह.बरेली के कोतवाली देवरनिया क्षेत्र के गनूनगला निवासी है जो एक गरीव परिवार से तालुक रखते है माता शान्तिदेवी पिता वीरेन्द्रसिह अपनी मेहनत मजदूरी करके अपना और अपने बच्चो का लालन पालन करते है. जिसके चलते पिता वीरेन्द्रसिह ने अपने बच्चो वायु.सेना .स्थल बरेली मे वने केन्द्रिय विद्यालय मे पढ़ाने की ठानी थी और 2010 मे दोनो बच्चो का दाखिला करवा दिया वीरेन्द्रसिहं के बच्चे रात के अंधेरे मे एक छोटी सी डिजिटल लेम्प का उजाला करके पढ़ाई करते थे सबसे एहम बात तो यह है कि वेटे कपिलदेव ने कक्षा एक से लेकर वाहरवी पास कर पहला स्थान प्राप्त किया पर अभी तक कोचिंग नही गया साथ ही बवाते चले. कपिलदेव एक गरीब परिपार से है और आगे चल आई एस ,आई पी एस बनना चहाते है बेटे की बात सुनकर मॉ वाप के ओंखो मे आसूं छलक आये और मा बाप ने अर्शिवाद देते हुआ कहा सदा आगे बड़ो हम तुम्हारे साथ है स्कूल के प्रिस्पल व ओर टिचर्सों ने कपिल की पीठ थपथपाई और कपिल देव ने कहा मैं अपने गुरू का सदा सम्मान करूगा साथ ही बाबा साहब डा० भीमराव के बताये रास्ते ही चलूगा कभी किसी का दिल न दुखाने की प्रेरणा ली
इन्सान जो करना चाहे वह हो सकता है ऐसी मिशाल आज सावित कर दिखाई गनूनगला के कपिल देव ने
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