CBSE 2025 Results: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी CBSE ने 2025 की 12वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस साल परीक्षा में शामिल हुए लाखों छात्र अब अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जाकर देख सकते हैं। कुल पास प्रतिशत इस बार 88.39 प्रतिशत रहा है जो एक अच्छा संकेत है। हर साल की तरह इस बार भी छात्रों और अभिभावकों में रिजल्ट को लेकर भारी उत्साह देखा गया। जिन छात्रों ने मेहनत की थी उनके चेहरों पर अब सफलता की मुस्कान है।
पास प्रतिशत में दिखी हल्की बढ़ोतरी
इस साल CBSE 12वीं की परीक्षा 15 फरवरी 2025 से 4 अप्रैल 2025 तक आयोजित की गई थी। कुल 17 लाख 4 हजार 367 छात्रों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था जिनमें से 16 लाख 92 हजार 794 छात्र परीक्षा में शामिल हुए। इन छात्रों में से 14 लाख 96 हजार 307 छात्र पास हुए हैं। पास प्रतिशत इस बार 88.39 प्रतिशत रहा है जो पिछले साल के मुकाबले 0.41 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले साल यानी 2024 में यह आंकड़ा 87.98 प्रतिशत था। इस बार रिजल्ट में सुधार से छात्रों के आत्मविश्वास को भी बढ़ावा मिलेगा।
क्षेत्रीय स्तर पर विजयवाड़ा सबसे आगे
अगर क्षेत्रीय आंकड़ों की बात करें तो विजयवाड़ा ने इस बार बाजी मारी है। यहां का पास प्रतिशत 99.60 प्रतिशत रहा जो पूरे देश में सबसे अधिक है। इसके बाद त्रिवेंद्रम 99.32 प्रतिशत और चेन्नई 98.47 प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। इन क्षेत्रों में छात्रों की मेहनत और शिक्षकों के मार्गदर्शन ने मिलकर शानदार परिणाम दिए हैं। इन क्षेत्रों में लगातार अच्छा प्रदर्शन देखा जाता है जो इस बार भी जारी रहा।
दिल्ली क्षेत्र का प्रदर्शन भी शानदार
दिल्ली के दोनों क्षेत्र दिल्ली वेस्ट और दिल्ली ईस्ट ने भी जबरदस्त प्रदर्शन किया है। दिल्ली वेस्ट का पास प्रतिशत 95.34 और दिल्ली ईस्ट का 95.06 प्रतिशत रहा है। दिल्ली ईस्ट में 1 लाख 80 हजार 162 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था जिनमें से 1 लाख 79 हजार 422 छात्र परीक्षा में शामिल हुए और 1 लाख 79 हजार 551 छात्र पास हुए। यहां का प्रदर्शन देश के बाकी क्षेत्रों की तुलना में काफी अच्छा माना जा रहा है। यह दिखाता है कि दिल्ली के स्कूलों में शिक्षा का स्तर लगातार मजबूत हो रहा है।
जहां एक ओर कुछ क्षेत्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया वहीं कुछ क्षेत्रों में परिणाम कमजोर रहे। प्रयागराज का पास प्रतिशत सबसे कम 79.53 प्रतिशत रहा है जो चिंता का विषय है। इसके अलावा नोएडा में 81.29 प्रतिशत भोपाल में 82.46 प्रतिशत और पटना में 82.86 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। इन क्षेत्रों में सुधार की काफी गुंजाइश है। यहां के छात्रों को और अधिक मार्गदर्शन और संसाधनों की आवश्यकता है ताकि भविष्य में बेहतर परिणाम सामने आ सकें। उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में इन क्षेत्रों का भी स्तर बेहतर होगा।