Dark circles: अक्सर हम सोचते हैं कि डार्क सर्कल्स सिर्फ नींद की कमी से होते हैं लेकिन हकीकत इससे कहीं ज्यादा गहरी है। आंखों के नीचे काले घेरे न सिर्फ आपकी खूबसूरती को कम करते हैं बल्कि आपके आत्मविश्वास को भी डगमगा सकते हैं। कई बार हम कुछ आदतें अनजाने में अपनाते हैं जो इस परेशानी को बढ़ा देती हैं। स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताना या रात भर जागना ऐसी ही कुछ आदतें हैं जो धीरे धीरे आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स बना देती हैं।
एमएमजी अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर संतराम वर्मा बताते हैं कि डार्क सर्कल्स सिर्फ थकान या नींद की कमी से नहीं बल्कि कुछ गंभीर बीमारियों से भी होते हैं। शरीर में आयरन की कमी होने से भी आंखों के नीचे काले घेरे बन सकते हैं। अगर लिवर की कोई बीमारी है या थायरॉइड ठीक से काम नहीं कर रहा तो भी इसका असर चेहरे पर दिखता है। डिहाइड्रेशन धूम्रपान अत्यधिक शराब पीना और तनाव जैसी आदतें भी डार्क सर्कल्स को बढ़ाती हैं।
डार्क सर्कल्स से दिखता है उम्र से पहले बूढ़ा चेहरा
जब आंखों के नीचे काले घेरे गहरे हो जाते हैं तो चेहरा थका हुआ और उम्र से पहले बूढ़ा दिखने लगता है। यह समस्या तब और ज्यादा तकलीफदेह हो जाती है जब लोग आपकी सेहत को लेकर सवाल उठाने लगते हैं। ऐसे में आत्मविश्वास गिरने लगता है और मन उदास हो जाता है। डार्क सर्कल्स केवल एक कॉस्मेटिक समस्या नहीं हैं बल्कि यह शरीर के अंदर चल रहे बदलावों का संकेत भी हो सकते हैं। इसलिए इन्हें हल्के में नहीं लेना चाहिए।
खानपान और जीवनशैली में बदलाव से मिल सकता है आराम
सर गंगा राम अस्पताल के नेत्र रोग विभाग के डॉक्टर ए के ग्रोवर बताते हैं कि डार्क सर्कल्स से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने खानपान पर ध्यान दें। पौष्टिक खाना खाना पर्याप्त नींद लेना और दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद जरूरी है। तनाव कम करने की कोशिश करें और बुरी आदतों जैसे धूम्रपान या शराब से दूरी बनाएं। ऐसा करने से धीरे धीरे डार्क सर्कल्स में फर्क दिखने लगेगा।
अगर ऊपर बताए गए उपायों को अपनाने के बावजूद भी डार्क सर्कल्स कम नहीं हो रहे हैं तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लेकर जांच करवाना जरूरी है। अगर कारण कोई बीमारी है तो उसका इलाज करवाना चाहिए। डार्क सर्कल्स सिर्फ बाहरी लक्षण होते हैं लेकिन असली वजह अंदर की होती है जिसे समय रहते पहचानना और सुधारना जरूरी है। वरना आगे चलकर ये परेशानी और भी बढ़ सकती है।