Delhi news: करीब सौ दिन बाद जब से आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सत्ता खोई है तब से पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अब फिर से सक्रियता बढ़ा दी है। मंगलवार को उन्होंने दिल्ली के संविधान क्लब में पार्टी की छात्र इकाई ‘एसोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स’ यानी ASAP को फिर से लॉन्च किया। यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब पार्टी एक के बाद एक राजनीतिक झटकों से गुजर रही है। इसलिए पार्टी ने अब अपने सबसे बड़े चेहरे को फिर से दिल्ली की राजनीति में उतार कर गिरते जनाधार को थामने की कोशिश की है।
दिल्ली से दूरी ने पार्टी को पहुंचाया नुकसान
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और पार्टी के नंबर दो नेता मनीष सिसोदिया ने चुनाव हारने के बाद दिल्ली से दूरी बना ली थी। दोनों पंजाब में एक्टिव हो गए और दिल्ली की जिम्मेदारी आतिशी के हाथों में छोड़ दी। इसका नतीजा ये हुआ कि पार्टी बिखरने लगी और लगातार झटके लगने लगे। अब सवाल यह उठता है कि क्या केजरीवाल एक बार फिर रणनीति के साथ दिल्ली की राजनीति में वापसी कर रहे हैं और युवाओं के माध्यम से पार्टी को दोबारा खड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं।
ASAP के जरिए युवाओं को जोड़ने की योजना
दिल्ली में पार्टी की सत्ता जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने अपना जनाधार वापस पाने की कवायद शुरू कर दी है। मंगलवार को उन्होंने पार्टी की छात्र इकाई को नए रूप में लॉन्च किया जिसका नाम ASAP रखा गया है। पहले इसे छात्र युवा संघर्ष समिति CYSS के नाम से जाना जाता था जिसने दिल्ली यूनिवर्सिटी के चुनावों में भी भाग लिया था। अब इस संगठन को बदलाव की राजनीति का माध्यम बताया गया है और इसका मकसद युवाओं को एक वैकल्पिक राजनीतिक रास्ता दिखाना है जो पारंपरिक राजनीति से अलग हो।
देशभर में कॉलेजों में युवाओं से सीधा संपर्क
केजरीवाल का ASAP युवाओं को पार्टी से जोड़ने की सीधी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि देशभर के पचास हजार कॉलेजों में पांच लाख देशभक्त युवाओं को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में भी हिस्सा लेने की योजना है। ASAP स्कूलों और कॉलेजों में वैचारिक और सांस्कृतिक समूह बनाएगा जो विचारों और रचनात्मकता के जरिए छात्रों को जोड़ेगा। इसके अलावा एक सोशल विंग भी होगा जो छात्रों की सामाजिक भागीदारी को बढ़ाएगा।
मनीष सिसोदिया की वापसी और बीजेपी पर हमला
मंगलवार को दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने 10वीं और 12वीं के टॉपर्स से मुलाकात की जो दिल्ली सरकार के स्कूलों से हैं। इस दौरान उन्होंने छात्रों को बधाई दी और साथ ही बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीबीएसई परिणाम आए हुए आठ दिन हो चुके हैं लेकिन मुख्यमंत्री ने अब तक अपने ही स्कूलों के टॉपर्स को बधाई देना जरूरी नहीं समझा। उन्होंने सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री साहिबा के पास इतना भी समय नहीं कि एक फोन कॉल कर सकें।