HomeराजनीतिIndia delegation: क्या शशि थरूर का डेलीगेशन कर पाएगा पाकिस्तान के आतंक...

India delegation: क्या शशि थरूर का डेलीगेशन कर पाएगा पाकिस्तान के आतंक का पर्दाफाश? जानिए किन देशों में होगी चर्चा!

India delegation: कांग्रेस नेता शशि थरूर के नेतृत्व में एक डेलीगेशन भारत से गया है जो पाकिस्तान की साजिशों को दुनिया के सामने उजागर करेगा। यह डेलीगेशन पहले गुयाना जाएगा और उसके बाद अमेरिका पनामा ब्राजील और कोलंबिया का दौरा करेगा। शशि थरूर के साथ इस डेलीगेशन में डॉ सर्फराज अहमद शंभवी जीएम हरीश बालयोगी शशांक मणि त्रिपाठी भुवनेश्वर कलिता तेजस्वी सूर्या और मिलिंद देवड़ा शामिल हैं। शशि थरूर ने रवाना होने से पहले कहा कि हम पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करने जा रहे हैं और दुनिया को बताएंगे कि हमारा अनुभव कैसा रहा है।

भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में दूसरा डेलीगेशन

इसके अलावा भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक और डेलीगेशन बहरीन के लिए रवाना हुआ है। यह डेलीगेशन सऊदी अरब कुवैत और अल्जीरिया भी जाएगा और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखेगा। इस डेलीगेशन में एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हैं। बहरीन रवाना होने से पहले ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी कैंप चला रहा है और हम इन चारों देशों के साथ इस पर बात करेंगे। बैजयंत पांडा ने इस दौरे के बारे में कहा कि आज हमारा डेलीगेशन पश्चिम एशिया की यात्रा पर जा रहा है और इसका सबसे बड़ा संदेश यह है कि भारत ने जो एकता दिखाई है वह दुनिया को दिखाना बहुत जरूरी है।

बैजयंत पांडा ने आगे कहा कि हम इस यात्रा पर स्पष्ट संदेश लेकर जा रहे हैं कि युद्ध के मैदान में जीतने के बाद दुनिया का ध्यान आतंकवाद पर लाना जरूरी है। हम एक खास प्रकार के आतंकवाद से पीड़ित हैं जो राज्य प्रायोजित है। हमारा मकसद है कि दुनिया यह समझे कि पाकिस्तान किस तरह आतंकवाद को बढ़ावा देता है और भारत इसका शिकार रहा है। डेलीगेशन के सदस्य अलग अलग देशों में जाकर अधिकारियों मंत्रियों और स्थानीय नेताओं से मिलेंगे और भारत का पक्ष मजबूती से रखेंगे।

न्यूयॉर्क में 9/11 मेमोरियल पर श्रद्धांजलि

शशि थरूर ने कहा कि हमारा पहला पड़ाव गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन होगा। हम न्यूयॉर्क से गुजरेंगे जिससे हमें 9/11 मेमोरियल पर जाने का मौका मिलेगा। यह दुनिया को याद दिलाने का मौका होगा कि हम भी उन लोगों जैसे हैं जो आतंकवादी हमलों के शिकार हुए थे। पिछले चार दशकों से यह आतंकी हमले दोहराए जा रहे हैं। यह प्रतीकात्मक इशारा हमारी यात्रा की शुरुआत का संकेत होना चाहिए।

इसके बाद डेलीगेशन जॉर्जटाउन गुयाना जाएगा जहां वे स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे। वहां वे सरकार के अधिकारियों मंत्रियों और अन्य नेताओं से मुलाकात करेंगे और भारत के दृष्टिकोण को सामने रखेंगे। डेलीगेशन का उद्देश्य साफ है कि दुनिया के सामने पाकिस्तान का असली चेहरा लाया जाए और यह बताया जाए कि भारत ने किस प्रकार आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। यह यात्रा भारत की विदेश नीति का अहम हिस्सा मानी जा रही है।

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular