Kedarnath Dham: 2 मई शुक्रवार को केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद केदारनाथ पहुंचे। उन्होंने भगवान भोलेनाथ के दर्शन किए और पहले दिन पहुंचे श्रद्धालुओं से भी मुलाकात की। धामी जी कपाट खुलने से पहले ही धाम पहुंच चुके थे। उन्होंने यहां उपस्थित लोगों से बातचीत की और दर्शन की व्यवस्था का जायजा लिया।
छह महीने बाद खुले कपाट और फूलों से हुआ भव्य श्रृंगार
हर साल भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ के कपाट सर्दियों में छह महीने के लिए बंद कर दिए जाते हैं और गर्मियों में फिर से खोले जाते हैं। इस बार जब कपाट खुले तो मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। ये फूल देश और विदेश से मंगवाए गए थे। इस खास मौके को और भी पावन बनाने के लिए मंदिर को गेंदा गुलाब और दूसरे रंगबिरंगे फूलों से सजाया गया। पूरा वातावरण एकदम भक्तिमय और दिव्य हो गया।
#WATCH | Uttarakhand: Flower petals being showered on the devotees as portals of Shri Kedarnath Dham opened for the devotees today
CM Pushkar Singh Dhami is also present here on the occasion. pic.twitter.com/9Z4qpnLcqq
— ANI (@ANI) May 2, 2025
वॉलंटियर्स की मेहनत और शिवभक्ति की झलक
इस भव्य सजावट में 150 से ज्यादा वॉलंटियर्स ने दिन रात मेहनत की। वडोदरा गुजरात से आए श्रीजल व्यास इस टीम का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने बताया कि 54 तरह के फूलों का इस्तेमाल हुआ है जिनमें दिल्ली कश्मीर पुणे कोलकाता पटना के साथ नेपाल थाईलैंड और श्रीलंका से लाए गए फूल शामिल हैं। कोलकाता के एक खास गांव से मंगाए गए गेंदा फूल जल्दी मुरझाते नहीं हैं इसलिए उन्हें विशेष रूप से मंगवाया गया। सभी वॉलंटियर्स ने इसे जीवन का सौभाग्य माना और कहा कि भगवान शिव की सेवा करने का अवसर मिलना किसी वरदान से कम नहीं है।
#WATCH | Uttarakhand: Cultural performances underway at Shri Kedarnath Dham after its portals were opened today for the devotees
CM Pushkar Singh Dhami is also present here on the occasion. pic.twitter.com/6NfrhXQLEB
— ANI (@ANI) May 2, 2025
भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स बैंड और श्रद्धालुओं की भावनाएं
जब मंदिर के कपाट खुले तो भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स की बैंड ने भक्तिमय धुनें बजाईं जिससे माहौल और भी पवित्र हो गया। मंदिर सजाने आए श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें यहां आने में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कुछ की ट्रेनें रद्द हो गईं और कई लोगों को हवाई जहाज से आना पड़ा। घोड़ों की कमी के कारण फूलों को इतनी ऊंचाई तक लाना आसान नहीं था फिर भी सभी खुश थे कि उन्हें भगवान शिव की सेवा का अवसर मिला। टapan देसाई नामक एक सदस्य ने कहा कि यह उनके जीवन का अविस्मरणीय अनुभव है। उनकी पत्नी और दस वर्षीय बेटा भी उनके साथ आए थे और पत्नी की तबीयत खराब होने के बावजूद वे सेवा के लिए आईं।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami arrives at Shri Kedarnath Dham ahead of the opening of the portals of the dham pic.twitter.com/uel7EjBhvP
— ANI (@ANI) May 2, 2025
गंगा आरती जैसी भव्य आरती और नई व्यवस्था
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय थपलियाल ने बताया कि इस बार केदारनाथ में कुछ नया होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि काशी हरिद्वार और ऋषिकेश की गंगा आरती की तर्ज पर इस बार मंदाकिनी और सरस्वती के संगम पर भव्य आरती की शुरुआत की जाएगी। इसके लिए तीन ओर से रैंप बनाए गए हैं ताकि श्रद्धालु आसानी से दर्शन कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के सामने स्थित नंदी की प्रतिमा और पास में बनी आदि शंकराचार्य की मूर्ति को भी फूलों से सजाया गया है। यह व्यवस्था पहली बार इस रूप में की गई है और श्रद्धालुओं के लिए यह एक अलग ही अनुभव होगा।
#WATCH | Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami arrives at Shri Kedarnath Dham ahead of the portals' opening of the dham pic.twitter.com/zn7wFaI8XR
— ANI (@ANI) May 2, 2025