Liver Tumors: लीवर ट्यूमर एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें लीवर में किसी भी हिस्से में गांठ या सेल्स का असामान्य रूप से बढ़ना शुरू हो जाता है। यह ट्यूमर कैंसर वाला भी हो सकता है और बिना कैंसर वाला भी। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह आगे चलकर शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचा सकता है। लीवर हमारे शरीर का एक जरूरी हिस्सा होता है जो खून को साफ करता है और पाचन में भी मदद करता है। इसलिए जब इस अंग में कोई गंभीर बदलाव होता है तो उसका असर पूरे शरीर पर दिखाई देने लगता है।
शुरुआती दौर में लीवर ट्यूमर के लक्षण बहुत हल्के हो सकते हैं लेकिन जैसे जैसे समस्या बढ़ती है वैसे वैसे शरीर इन संकेतों के जरिए खतरे का इशारा देने लगता है। सबसे आम लक्षणों में पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में लगातार दर्द होना शामिल है। इसके अलावा भूख में कमी थकान वजन में अचानक गिरावट उल्टी जैसा महसूस होना और पेट फूलना भी इसके संकेत हो सकते हैं। कई बार त्वचा और आंखों का रंग पीला हो जाता है जिसे हम पीलिया कहते हैं। अगर ऐसे लक्षण बार बार दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
जांच के तरीके जिससे लीवर ट्यूमर की पुष्टि होती है
अगर किसी को ऊपर बताए गए लक्षण महसूस हो रहे हों तो डॉक्टर कुछ खास टेस्ट करने की सलाह देते हैं जिससे यह पता चल सके कि ट्यूमर है या नहीं। सबसे पहले अल्ट्रासाउंड या सीटी स्कैन किया जाता है जिससे लीवर की स्थिति को देखा जा सके। इसके बाद MRI और PET स्कैन से और गहराई से जानकारी ली जाती है। कभी कभी बायोप्सी भी करनी पड़ती है जिसमें ट्यूमर से थोड़ा सा टिशू निकालकर जांच की जाती है। ब्लड टेस्ट के जरिए भी शरीर में इंफेक्शन या ट्यूमर से जुड़े संकेत मिलते हैं जो बीमारी की पुष्टि करने में मदद करते हैं।
लीवर ट्यूमर का इलाज और सर्जरी की जरूरत
अगर ट्यूमर बहुत बड़ा नहीं है और शुरुआती अवस्था में है तो दवाइयों और रेगुलर चेकअप से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन अगर ट्यूमर बड़ा हो जाए या उसमें कैंसर की आशंका हो तो सर्जरी करना जरूरी हो जाता है। सर्जरी में ट्यूमर को हटाया जाता है ताकि वह आगे शरीर में नहीं फैले। कई मामलों में कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी की भी जरूरत पड़ सकती है। कुछ मरीजों में लीवर ट्रांसप्लांट भी किया जाता है अगर लीवर पूरी तरह से खराब हो चुका हो। इलाज के साथ साथ मरीज को सही खानपान और आराम भी बहुत जरूरी होता है।
कैसे रखें लीवर को स्वस्थ और ट्यूमर से बचाव के उपाय
लीवर को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपनी जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव करें। तला भुना खाना शराब धूम्रपान और अत्यधिक दवाइयों के सेवन से बचना चाहिए। नियमित व्यायाम करना और हरी सब्जियों का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। पानी भरपूर मात्रा में पीना चाहिए जिससे शरीर डिटॉक्स होता रहे। अगर परिवार में किसी को लीवर से जुड़ी बीमारी रही हो तो समय समय पर जांच कराते रहना चाहिए। जितनी जल्दी बीमारी का पता चलता है उतना आसान होता है इलाज।