NEET UG Result 2025: इंदौर बेंच ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट NEET-UG के परिणाम घोषित करने पर अस्थायी रोक लगा दी है। यह परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी। यह रोक एक उम्मीदवार की याचिका पर गुरुवार को लगाई गई है। इस आदेश ने परीक्षा में शामिल लाखों छात्रों के बीच एक तरह का हलचल मचा दी है। छात्र जानना चाहते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ।
उम्मीदवार ने याचिका में बताया कि परीक्षा के दौरान इंदौर में मौसम खराब होने के कारण बिजली चली गई थी। बिजली जाने के कारण वह पूरे सवाल हल नहीं कर पाया। इसलिए उसे फिर से परीक्षा देने का मौका दिया जाए। हाईकोर्ट के जस्टिस सुभोध अभ्यंकर ने तुरंत राहत देते हुए कहा कि याचिका की अगली सुनवाई तक NEET-UG के परिणाम घोषित न किए जाएं। सुनवाई की अगली तारीख 30 जून रखी गई है।
लगभग 21 लाख उम्मीदवार प्रभावित होंगे
इस आदेश का असर पूरे देश के करीब 21 लाख उम्मीदवारों पर पड़ सकता है जो NEET-UG परीक्षा में शामिल हुए थे। हाईकोर्ट ने इस मामले में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA, सरकार और मध्यप्रदेश पश्चिम जोन इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को नोटिस भेजा है। सभी से चार सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है। कोर्ट ने कहा कि परीक्षा के दौरान उचित परिस्थितियां उपलब्ध नहीं कराई गईं।
पावर कट की समस्या और जवाब नहीं
कोर्ट ने कहा कि 4 मई को परीक्षा के दौरान शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई थी। 13 मई को कोर्ट ने संबंधित अधिकारियों से उचित कदम उठाने को कहा था। लेकिन 15 मई को कोर्ट में न तो एजेंसी का कोई वकील आया और न ही कोई जवाब दिया गया। इस कारण से कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की और मामले की गंभीरता को उजागर किया।
याचिकाकर्ता के वकील मृदुल भटनागर ने बताया कि इंदौर के कई परीक्षा केंद्रों पर जनरेटर या बिजली का वैकल्पिक इंतजाम नहीं था। जबकि मौसम विभाग ने 4 मई को तूफान की चेतावनी पहले ही दी थी। परीक्षा के दौरान कई केंद्रों में 1 से 2 घंटे तक बिजली चली गई। कुछ केंद्रों पर मोमबत्ती की रोशनी में परीक्षा चलाने की नौबत आई। इस कारण छात्र अपने प्रश्न हल नहीं कर पाए।