Operation Sindoor: डायरेक्टर जनरल ऑफ आर्मी एयर डिफेंस लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी’कुन्हा ने सोमवार को देश की सैन्य क्षमताओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत के पास पूरी पाकिस्तान की गहराई तक लक्ष्यों पर हमले करने की क्षमता है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि में यह बात कही। डी’कुन्हा ने बताया कि अगर पाकिस्तान अपनी सेना का मुख्यालय रावलपिंडी से खैबर पख्तूनख्वा जैसे इलाकों में भी ले जाए तो उन्हें “और गहरा गड्ढा खोजना होगा।”
इवान डी’कुन्हा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान के अहम एयरबेसों को सटीक हमलों से निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में आधुनिक देशी तकनीक जैसे लंबी दूरी के ड्रोन और गाइडेड हथियारों का महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने बताया कि भारतीय सशस्त्र बलों का मुख्य कर्तव्य देश की संप्रभुता और लोगों की सुरक्षा है। इस ऑपरेशन ने देशवासियों और सैनिक परिवारों में गर्व की भावना पैदा की।
सैनिकों और परिवारों की सुरक्षा को लेकर आश्वासन
डी’कुन्हा ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन हमलों से न केवल आम नागरिक बल्कि सेना के जवान, अधिकारी और उनके परिवार भी खतरे में थे। लेकिन भारतीय सेना ने सुनिश्चित किया कि कोई भी नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि यह सफलता न केवल सैनिकों के लिए गर्व की बात है बल्कि उनके परिवारों के लिए भी सम्मान का विषय है। इसके साथ ही पूरे भारत के लोगों ने इस बहादुरी पर गर्व महसूस किया।
शिशुपाल सिद्धांत का परिचय
लेफ्टिनेंट जनरल इवान डी’कुन्हा ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की आधुनिक युद्ध तैयारियों को दिखाया। खासकर ड्रोन और उन्नत तकनीकों को नष्ट करने में यह ऑपरेशन सफल रहा। उन्होंने कहा कि भारत की ‘शिशुपाल नीति’ के तहत हम शांतिपूर्वक रहते हैं लेकिन जब कोई सीमा पार करता है तब निर्णायक कार्रवाई करते हैं। इस ऑपरेशन ने रक्षा से आक्रमण की ओर भारत की रणनीति में बदलाव को दर्शाया।
इस ऑपरेशन ने भारत की विभिन्न सैन्य शाखाओं के बीच एकीकृत कमांड संरचना की ताकत दिखाई। इससे एक-दूसरे के साथ तालमेल बना कर तेजी से कार्रवाई संभव हुई। डी’कुन्हा ने बताया कि यह अभियान आतंकवाद के खिलाफ भारत की बहादुर और सक्रिय सुरक्षा नीति का प्रतीक है। यह भारत की सामरिक स्थिति को और मजबूत करेगा और भविष्य में भी देश की सुरक्षा की गारंटी देगा।