Protein: आजकल की तेज़ भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपनी सेहत और खाने पर बहुत कम ध्यान देते हैं। खासतौर पर जब बात आती है प्रोटीन युक्त भोजन की तो बहुत से लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं। लोग सोचते हैं कि बिना प्रोटीन के भी शरीर का विकास ठीक से होगा और सेहत अच्छी बनी रहेगी लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल उलट है। डॉक्टरों के अनुसार प्रोटीन की कमी शरीर में कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है। प्रोटीन हमारे शरीर की मांसपेशियों हड्डियों त्वचा बालों और हार्मोन को बनाने में मदद करता है। इसके अलावा इम्यूनिटी मजबूत रखने चोट से जल्दी ठीक होने और शरीर की मरम्मत में भी प्रोटीन का बड़ा योगदान होता है।
कैलाश हॉस्पिटल नोएडा के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डॉक्टर मानस चटर्जी बताते हैं कि लोग अक्सर संतुलित आहार नहीं लेते जिसकी वजह से शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है। जो लोग केवल कार्बोहाइड्रेट या जंक फूड पर निर्भर रहते हैं उनके आहार में प्रोटीन की मात्रा बेहद कम होती है और इसका सीधा असर उनके शरीर के विकास पर पड़ता है। इसके अलावा बहुत से शाकाहारी लोग दाल सोया दूध जैसी प्रोटीन युक्त चीज़ें नहीं खाते जिससे शरीर को भारी नुकसान हो सकता है। कुछ लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याएं होती हैं जिसकी वजह से शरीर प्रोटीन को सही से अवशोषित नहीं कर पाता। वहीं जो लोग वजन घटाने के लिए क्रैश डाइट या कम कैलोरी वाली डाइट लेते हैं उन्हें भी प्रोटीन की भारी कमी का सामना करना पड़ता है।
प्रोटीन की कमी से होने वाली बीमारियां
डॉक्टर मानस चटर्जी के अनुसार प्रोटीन की कमी से शरीर में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। अगर शरीर में रोज़ाना थोड़ा सा भी प्रोटीन युक्त खाना शामिल कर लिया जाए तो इन बीमारियों का खतरा कम हो सकता है। प्रोटीन की कमी से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिससे जल्दी थकान और शरीर में सुस्ती बनी रहती है। इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है क्योंकि शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाने में दिक्कत होती है। बाल सूखे कमजोर और पतले हो जाते हैं और त्वचा भी बेजान और रूखी दिखने लगती है। बच्चों में विकास रुक जाता है उनकी लंबाई और वजन पर असर पड़ता है और दिमागी विकास भी धीमा हो सकता है। शरीर में सूजन खासकर हाथों और पैरों में दिखने लगती है और घाव या चोट जल्दी नहीं भरती। लंबे समय तक प्रोटीन की कमी रहने पर लीवर और किडनी का कामकाज भी प्रभावित हो सकता है।
प्रोटीन की कमी के लक्षण क्या होते हैं
शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर कई तरह के लक्षण नज़र आते हैं जिनका अगर समय पर इलाज न हो तो यह गंभीर हो सकते हैं। खासतौर पर बच्चों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ता है क्योंकि उनके शरीर का विकास रुक जाता है। प्रोटीन की कमी से हमेशा थकान महसूस होना भूख न लगना बालों का झड़ना वजन कम होना त्वचा का सूख जाना और बार बार बीमार पड़ना आम लक्षण हैं। अगर ये लक्षण लगातार बने रहते हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और अपनी डाइट में बदलाव करना चाहिए।
अगर आप अपनी डाइट में कुछ ज़रूरी चीज़ें शामिल कर लें तो प्रोटीन की कमी को आसानी से दूर किया जा सकता है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों में दूध दही पनीर अंडा मछली दालें चने सोया टोफू मूंगफली बादाम और अखरोट आते हैं। इसके अलावा ओट्स और क्विनोआ जैसे अनाज भी प्रोटीन के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। अगर आप शाकाहारी हैं तो दालें सोया और डेयरी उत्पादों को अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। अगर नॉन वेजिटेरियन हैं तो अंडा मछली और चिकन जैसे स्रोतों से अच्छी मात्रा में प्रोटीन ले सकते हैं। रोज़ाना के आहार में थोड़ा सा ध्यान देकर और संतुलित डाइट अपनाकर आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं और भविष्य में होने वाली बीमारियों से बच सकते हैं।