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Shoulder Pain: क्या आपकी नसों में दबी हुई है कोई परेशानी! कहीं ये मामूली दर्द आपकी सेहत को बड़ा नुकसान तो नहीं पहुंचा रहा

Shoulder Pain: अगर आपको अक्सर कंधे में दर्द होता है और वह ठीक नहीं हो रहा है तो इसे मामूली समझना बड़ी भूल हो सकती है। कई लोग इसे साधारण मोच या थकावट समझकर घरेलू इलाज में लगे रहते हैं। लेकिन डॉक्टरों की मानें तो लगातार बना रहने वाला कंधे का दर्द किसी गंभीर बीमारी की चेतावनी भी हो सकता है। ऐसे में समय रहते जांच और इलाज कराना बहुत जरूरी होता है। यह दर्द आपकी दिनचर्या को प्रभावित कर सकता है और मानसिक तनाव भी बढ़ा सकता है।

कंधे के दर्द के हो सकते हैं कई कारण

कंधे में दर्द सामान्यतः मांसपेशियों में खिंचाव या गलत तरीके से बैठने खड़े होने के कारण हो सकता है। कभी भारी सामान उठाने या चोट लगने से भी दर्द शुरू हो सकता है। लेकिन कई बार यह दर्द बड़ी समस्याओं का संकेत देता है जैसे फ्रोजन शोल्डर रोटेटर कफ की चोट सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस या फिर दिल से जुड़ी कोई परेशानी। अगर दर्द गर्दन और पीठ तक फैलता है या रात में ज्यादा होता है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

Shoulder Pain: क्या आपकी नसों में दबी हुई है कोई परेशानी! कहीं ये मामूली दर्द आपकी सेहत को बड़ा नुकसान तो नहीं पहुंचा रहा

डॉक्टर अंचल उप्पल की सलाह को मत करें अनदेखा

सर्वोदय अस्पताल की ऑर्थोपेडिक विभाग की डॉक्टर अंचल उप्पल कहती हैं कि अगर कंधे में लगातार दर्द बना हुआ है तो इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। उन्होंने बताया कि अगर दर्द 7 से 10 दिनों से अधिक समय तक बना रहे तो डॉक्टर से मिलना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही अगर हाथ उठाने में दिक्कत हो गर्दन या पीठ तक दर्द फैल जाए हाथों में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस हो तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।

ये टेस्ट बता सकते हैं कंधे के दर्द की असली वजह

अगर ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दें तो कुछ जरूरी मेडिकल जांच कराना चाहिए। एक्स-रे से हड्डियों में फ्रैक्चर या खिसकाव की जानकारी मिलती है। एमआरआई मांसपेशियों और लिगामेंट में चोट या खिंचाव की सही स्थिति बताता है। अल्ट्रासाउंड एक तेज और सस्ता विकल्प है जो मांसपेशियों और टेंडन की स्थिति दिखाता है। खून की जांच से यह पता लगाया जा सकता है कि कहीं शरीर में कोई संक्रमण या गठिया तो नहीं। सीआरपी ईएसआर और रूमेटाइड फैक्टर जैसे टेस्ट इसमें मदद करते हैं। अगर दर्द के साथ झुनझुनी या कमजोरी हो तो एनसीवी या ईएमजी टेस्ट से नसों की स्थिति का पता चलता है।

समय पर इलाज न मिलने से बढ़ सकती हैं दिक्कतें

अगर आप इस दर्द को लंबे समय तक नजरअंदाज करते हैं तो यह आपके रोजमर्रा के कामों में बाधा बन सकता है। नींद खराब हो सकती है काम करने में दिक्कत आ सकती है और मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है। इसलिए अगर कंधे में दर्द बना हुआ है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है तो डॉक्टर से सलाह लेकर जरूरी टेस्ट जरूर कराएं। डॉक्टर अंचल उप्पल का कहना है कि जल्दी जांच और सही इलाज से इस समस्या से जल्दी राहत पाई जा सकती है।

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