हैदराबाद के अज़ीज़ नगर में पीपल्स मीडिया फैक्ट्री स्टूडियो में बना फिल्म ‘The Raja Saab‘ का सेट किसी रहस्यमयी महल से कम नहीं है। जैसे ही विशाल भारी दरवाजा खुलता है आवाजें गूंज उठती हैं। चारों ओर झूमर और लटकती लाइट्स से सजा हुआ यह महल किसी स्वप्नलोक जैसा दिखता है। दरवाजे पर भाले लिए ग्रे वर्दी में नकाबपोश सैनिक खड़े हैं जो दृश्य को और भयावह बना देते हैं।
इस हॉरर फैंटेसी फिल्म में संजय दत्त ने प्रभास के दादा का किरदार निभाया है जो समय से पहले मर जाते हैं और आत्मा बनकर वापस लौटते हैं। महल दो मंजिला है जिसमें नीचे कई कमरे हैं। सामने की दीवार पर एक तस्वीर टंगी है जिसमें संजय दत्त शेरवानी और मोतियों की माला पहने हैं। उनकी आंखें जैसे किसी के लौटने का इंतजार कर रही हों।
सिर्फ 3% बजट में बना भव्य महल
फिल्म के निर्माता टी. जी. विश्व प्रसाद के मुताबिक इस आलीशान महल का सेट फिल्म के कुल बजट का सिर्फ 3 प्रतिशत है। आर्ट डायरेक्टर राजीवन नांबियार बताते हैं कि इस महल को बनाने से पहले 3-4 महीने रिसर्च की गई। कई डिज़ाइन अस्वीकृत होने के बाद निर्देशक और कलाकारों के सुझाव लेकर यह फाइनल रूप दिया गया। दो ढाई महीने की मेहनत और लगभग 1500 लोगों की टीम ने इस सेट को तैयार किया।
हवेली का हर कोना छिपाए है डर
इस हवेली में कोई भी कोना ऐसा नहीं जहां डर न हो। अक्सर हम सुनते हैं कि कोनों में भूत होते हैं लेकिन इस महल में हर जगह अंधेरा और रहस्य छुपा है। 70 प्रतिशत फिल्म इसी हवेली में शूट हुई है। एक विशाल लाइब्रेरी है जिसमें चारों ओर किताबें सजी हैं। उसके बगल में एक शयनकक्ष है। उसके सामने तांत्रिक क्रियाओं वाला कमरा है जहां हल्दी रोली और जली हुई जड़ों की गंध माहौल को डरावना बना देती है।
तांत्रिक क्रियाओं वाला कमरा फिल्म का सबसे रहस्यमयी हिस्सा है। भीतर प्रवेश करते ही जली हुई आग, दीयों की लौ और पूजा की थालियां भय की भावना पैदा करती हैं। एक और कमरा है जिसमें एक कुआं है और उसमें उल्टे लटके पुतले नजर आते हैं। ऐसा लगता है जैसे किसी सिद्धि के लिए बलि दी गई हो। राजीवन बताते हैं कि इस महल में ऐसी चीजें हैं जो किसी को सम्मोहित कर सकती हैं। यहां तक कि एक छोटी सी घड़ी भी किसी का ध्यान भटका सकती है।