Urine Infections: मूत्र मार्ग संक्रमण यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन को लेकर अक्सर लोग लापरवाही कर बैठते हैं जबकि इसके लक्षणों को पहचानकर तुरंत इलाज शुरू करना जरूरी होता है। अगर समय पर इलाज न किया जाए तो संक्रमण किडनी तक पहुंच सकता है जिससे किडनी की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है इसलिए मूत्र संक्रमण के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मूत्र में संक्रमण कैसे होता है
हमारे शरीर की गंदगी मूत्र के जरिए बाहर निकलती है लेकिन जब यूरिनरी ट्रैक्ट में संक्रमण हो जाता है तो मूत्र त्यागने में समस्या आने लगती है। कई बार मूत्र की मात्रा भी घट जाती है जिससे हालत बिगड़ सकती है। शुरुआती दौर में मूत्र संक्रमण में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे जलन बदबू और दर्द। इस दौरान लोग अक्सर घरेलू उपायों में उलझ जाते हैं जबकि तुरंत जांच कराना जरूरी होता है।
संक्रमण के मुख्य लक्षण
मूत्र संक्रमण में पेशाब के दौरान जलन और दर्द सबसे आम लक्षण होते हैं। इसके अलावा मूत्र से तेज दुर्गंध आना पेट के निचले हिस्से में दर्द होना मूत्र के पैटर्न में बदलाव खून आना अत्यधिक थकावट महसूस होना लिंग में दर्द बुखार या ठंड लगना भी इसके लक्षणों में शामिल हैं। अगर पेशाब के दौरान कोई असामान्य लक्षण महसूस हो तो तुरंत जांच करानी चाहिए क्योंकि मूत्र संक्रमण को अनदेखा करना खतरे से खाली नहीं है।
तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
अगर मूत्र संक्रमण के लक्षण नजर आते हैं तो देर न करते हुए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर यूरिन टेस्ट के अलावा ब्लड टेस्ट भी करवा सकते हैं जिससे संक्रमण की पुष्टि हो सके। ज्यादातर मामलों में यह संक्रमण बैक्टीरिया के कारण होता है लेकिन शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन भी इसका एक कारण बन सकता है। डॉक्टर सही कारण पता लगाकर इलाज करते हैं और अगर इलाज में देरी होती है तो किडनी तक खतरा पहुंच सकता है। इसलिए मूत्र संक्रमण के लक्षणों को हल्के में न लें।
संक्रमण से बचाव के उपाय
मूत्र संक्रमण से बचने के लिए हमेशा स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए ताकि शरीर से गंदगी बाहर निकलती रहे। लंबे समय तक पेशाब रोके नहीं क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। अगर संक्रमण के लक्षण नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर सलाह लें और उनकी बताई दवाइयों का पूरा कोर्स पूरा करें। साथ ही घर पर बैठे घरेलू उपायों में समय न गंवाएं क्योंकि देरी करना भारी पड़ सकता है। अगर समय रहते इलाज हो जाए तो यह संक्रमण जल्दी ठीक हो सकता है और किडनी सुरक्षित रह सकती है।