Uttarakhand News: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बस दुर्घटना के बाद हालात और भी गंभीर हो गए हैं। भारी बारिश के कारण नदी में जलस्तर काफी बढ़ गया है और बहाव इतना तेज है कि गोताखोर भी डुबकी लगाने में असमर्थ हैं। अब तक बस का मलबा नहीं मिल पाया है और आठ लापता लोगों की तलाश में कोई सफलता नहीं मिली है। नदी का पानी इतना गंदला हो गया है कि अंदर कुछ दिखाई देना लगभग नामुमकिन है। खोजबीन जारी है लेकिन परिजनों की चिंता और प्रशासन की चुनौती दोनों लगातार बढ़ रही हैं।
बद्रीनाथ हाईवे बंद, चारधाम यात्रा पर असर
चमोली पुलिस ने जानकारी दी है कि बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। यह बंदी नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास की गई है जहां भूस्खलन की वजह से रास्ता अवरुद्ध हो गया है। प्रशासन रास्ता खोलने का कार्य कर रहा है लेकिन मौसम की मार ने काम को धीमा कर दिया है। चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है क्योंकि आगे भी भारी बारिश की संभावना है। रास्ते बंद होने के कारण कई श्रद्धालु रास्तों में फंसे हुए हैं।
𝐑𝐨𝐚𝐝 𝐔𝐩𝐝𝐚𝐭𝐞
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नन्दप्रयाग व भनेरपानी के पास अवरुद्ध है मार्ग खुलवाने का कार्य जारी है। pic.twitter.com/h1a3TFWz3g
— Chamoli Police Uttarakhand (@chamolipolice) June 28, 2025
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने जानकारी दी है कि उत्तराखंड के छह जिलों में अगले चार दिनों तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, चंपावत और पिथौरागढ़ में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही नैनीताल के कुछ हिस्सों में भी भारी वर्षा का खतरा बना हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार मानसून ने समय से पहले दस्तक दी है और राज्यभर में यह तेजी से फैल गया है। कुछ हरिद्वार क्षेत्रों को छोड़कर लगभग पूरा राज्य बारिश से प्रभावित हो चुका है।
यात्रियों और स्थानीय लोगों को चेतावनी
बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है जिससे भूस्खलन की आशंका भी बढ़ गई है। खासकर जो लोग चारधाम यात्रा पर निकले हैं या पहाड़ी इलाकों में रह रहे हैं उन्हें प्रशासन ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने बताया कि देहरादून, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी वर्षा हो सकती है। इन हालातों में यात्रा करना खतरनाक हो सकता है। स्थानीय लोग भी अब बाहर निकलने से बच रहे हैं और आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिए हैं।
बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ आ गई। इस बाढ़ में कई लोग फंस गए और राहत-बचाव कार्य चल रहा है। अब तक छह शव बरामद हो चुके हैं जबकि कुल्लू जिले के रेहाला बिहाल में बादल फटने के बाद तीन लोग अभी भी लापता हैं। हिमाचल और उत्तराखंड समेत कुल 14 राज्यों में अगले 24 घंटे के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इन राज्यों के प्रशासन हाई अलर्ट पर हैं और लगातार निगरानी रख रहे हैं।