यह वीडियो जमकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जहां एक पुलिस अफसर द्वारा नमाज पढ़ते हुए एक शख्स को लात मारते दिख रहा है …
वीडियो ऐसा है कि दिखाने का मन भी नहीं हो रहा और यह सवाल भी उठ रहे हैं मन में की क्या हमारे देश में मुसलमान के प्रति नफरत इस कदर बढ़ गई है ?यह जो वीडियो है यह दिल्ली के इंद्रलोक का बताया जा रहा है इस वीडियो में कुछ नमाजी नमाज पढ़ रहे थे तभी चौकी इंचार्ज आता हैं, और उन्हें लात मार देता है। हमारे देश में हर महीने कोई ना कोई धार्मिक काम सड़कों पर भी होते रहे हैं पर क्या कुछ मिनट की नमाज पढ़ने से पुलिस के अफसर को सहन नहीं हुआ जो उन्होंने नमाजियों को लात मार दी ? जो कि उनके खुदा का सजदा कर रहे थे …
सांप्रदायिकता का जहर इतना भर गया है, कि अब पब्लिक सर्वेंट जो पब्लिक की सुरक्षा करने की कसम खाते हैं वहीं उन्हें लात मार रहे हैं। हालांकि चौकी इंचार्ज को उनके पद से Suspend कर दिया गया है चौकी इंचार्ज का नाम मनोज कुमार तोमर है। उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है पर क्या सिर्फ पद से Suspend कर देना आपके हिसाब से काफी है? जी नहीं ! जिस सोच ने थाना इंचार्ज से यह करवाया है उन्हें निलंबित होना चाहिए। वह सोच जो पूरी तरह से राजनीतिक है। राजनीति ने उनके मन में जहर भरा और हम इस जहर को बखूबी जानते हैं। यह जहर बहुत से लोगों को दंगाई बना चुका है, यह जहर किस तेजी से हमारे बीच फैल रहा है यह तो इस थाना इंचार्ज की हरकत से आप अंदाजा लगा ही सकते हैं।
जनता के रक्षक ही उनके भक्षक बन बैठे हैं। यह कृत्य बहुत ही शर्मनाक है, इसे देखकर सभी को शर्म आनी चाहिए जो की ऐसी मानसिकता लेकर घूम रहे हैं। कोई सजदे में है कोई पीछे से आकर लात कैसे मार सकते हैं इतना हक आपको किसने दिया? हालांकि दिल्ली पुलिस ने पुलिस अफसर मनोज कुमार को Suspand कर दिया है लोगो को भी अपने गुस्से को काबू में रखना चाहिए। आए दिन किसी एक समुदाय को उकसाने का प्रयास हो रहा है चुनाव भी आ रहा है तरह-तरह के बयान भी सुनने मिलेंगे ताकि ध्रुवीकरण हो कोई गुस्से में कुछ भी कह दे। वोट पाने का शायद सरकार के पास कोई और तरीका अब बचा नहीं है। यह जो जहर फैल रहा है यह इतना खतरनाक है कि यहां एक पक्ष को गुंडा बना रहा है और दूसरे पक्ष को हताश और निराशा की तरफ धकेल रहा है। इसलिए आप इस वीडियो को आक्रोश के साथ मत देखिए बल्कि अफसोस के साथ देखिए।
इंद्रलोक का यह वीडियो आहत कर देने वाला है, पर शर्मिंदा उन्हें होना चाहिए जिन्होंने ऐसा काम किया जिनकी राजनीति ने देश को इस जगह पहुंचा दिया है, चौकी इंचार्ज ने दिल्ली पुलिस को इस कदर शर्मिंदा किया की घटना के वीडियो सामने आने की काफी देर तक चौकी इंचार्ज का नाम सामने नहीं आ पाया था।